आख़िर तक – इन शॉर्ट्स
- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने एक सामूहिक विवाह समारोह में कहा कि हो सकता है, अब नवविवाहित जोड़ों को ’16 प्रकार की संपत्ति’ के बजाय 16 बच्चे पैदा करने की जरूरत हो।
- मुख्यमंत्री ने 2026 में जनगणना और परिसीमन प्रक्रिया का हवाला देते हुए कहा कि आगामी संसदीय क्षेत्र सीमांकन के कारण परिवारों को अधिक बच्चे पालने की आवश्यकता पड़ सकती है।
- उन्होंने DMK सरकार की मंदिरों के प्रबंधन की प्रशंसा की और कहा कि भक्त इसके लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हैं।
आख़िर तक – इन डेप्थ
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने हाल ही में एक सामूहिक विवाह समारोह के दौरान एक दिलचस्प टिप्पणी की कि नवविवाहित जोड़ों को ’16 प्रकार की संपत्ति’ के बजाय 16 बच्चे पैदा करने की आवश्यकता हो सकती है। इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस को जन्म दिया। मुख्यमंत्री ने 2026 में होने वाली जनगणना और परिसीमन प्रक्रिया का हवाला दिया, जिसमें भारत के संसदीय क्षेत्रों का पुनर्निर्धारण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पारंपरिक रूप से तमिलनाडु के बुजुर्ग नवविवाहितों को 16 प्रकार की संपत्ति प्राप्त करने का आशीर्वाद देते थे, जिसमें ‘गाय, घर, पत्नी, बच्चे, शिक्षा’ आदि शामिल थे। उन्होंने कहा कि अब स्थिति ऐसी हो सकती है कि लोग सचमुच 16 बच्चे पालने पर विचार करें। यह बयान उस संदर्भ में आया, जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भी इसी तरह की भावना व्यक्त की थी, जिसमें अधिक बच्चों की वकालत की गई थी, जिससे राज्य की जनसंख्या संतुलन बना रहे।
स्टालिन ने अपने संबोधन में हिंदू धार्मिक और चैरिटेबल एंडॉवमेंट्स (HR&CE) विभाग की सराहना की और कहा कि सच्चे भक्त DMK सरकार के मंदिरों के प्रबंधन और संसाधनों को व्यवस्थित करने के प्रयासों की सराहना करते हैं। हालांकि, उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो भक्ति का मुखौटा लगाकर सरकार की सफलता को बाधित करने की कोशिश करते हैं।
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