Aakhir Tak – In Shorts
शरद पवार के भतीजे युगेंद्र पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपने चाचा और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ बारामती से चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की है। यह पारिवारिक राजनीति में एक महत्वपूर्ण मुकाबला होगा। युगेंद्र ने बारामती में सुर्पिया सुले की चुनावी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
Aakhir Tak – In Depth
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के शरद पवार गुट ने बारामती में अपने चाचा और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के खिलाफ युगेंद्र पवार की उम्मीदवारी की घोषणा की है। यह चुनावी मुकाबला पारिवारिक राजनीति में नया मोड़ लेकर आ रहा है। युगेंद्र, जो अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास के बेटे हैं, इस चुनावी संघर्ष में अपने चाचा के खिलाफ खड़े होंगे।
युगेंद्र पवार, 32 वर्ष की आयु में, सुर्पिया सुले की लोकसभा चुनावी मुहिम में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। उन्होंने अपनी चाची और अजित पवार की पत्नी, सुनैत्रा पवार को बारामती संसदीय क्षेत्र में 1.5 लाख से अधिक मतों से हराया था। इसके अलावा, युगेंद्र पवार ने शरद पवार के मार्गदर्शन में अपनी राजनीतिक नींव मजबूत की है। सितंबर में बारामती में स्वाभिमान यात्रा का शुभारंभ इसकी एक बड़ी मिसाल है।
वह विद्या प्रतिष्ठान के कोषाध्यक्ष के रूप में भी कार्यरत हैं, जो पवार द्वारा स्थापित एक शैक्षिक संस्थान है। पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान, युगेंद्र ने सुर्पिया सुले के लिए सक्रियता से प्रचार किया था, जबकि उनके पिता श्रीनिवास ने अजित पवार की महायुति सरकार के साथ गठबंधन के लिए उनकी आलोचना की थी।
हाल ही में, युगेंद्र ने कहा था कि बारामती के लोग, जिसमें वह खुद भी शामिल हैं, शरद पवार के प्रति वफादार हैं। उन्होंने एक मराठी समाचार पोर्टल को बताया, “पवार साहब और लोग यह तय करेंगे कि मुझे राज्य विधानसभा में जाना चाहिए या नहीं।”
NCP (SP) की सूची में अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में राज्य प्रमुख जयंत पाटिल (इस्लामपुर), जितेंद्र आव्हाड (मुंब्रा-कलवा), अनिल देशमुख (कटोल), और रोहित पाटिल (तासगांव-कवथेमहंकल) शामिल हैं। महाराष्ट्र में एक चरण में चुनाव 20 नवंबर को होंगे और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
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