आख़िर तक – एक नज़र में
- हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- यह सोरेन का चौथा कार्यकाल है।
- समारोह में विपक्षी दलों के कई बड़े नेता उपस्थित थे।
- सोरेन ने ED गिरफ्तारी के बाद वापसी की।
- झारखंड कैबिनेट में 12 मंत्री पद होंगे।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष की ताकत
हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची के मोराबादी मैदान में चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समारोह को विपक्षी एकता के प्रदर्शन के रूप में देखा गया। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन्हें शपथ दिलाई।
महत्वपूर्ण नेता शामिल
समारोह में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद रहे। इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी उपस्थित थे।
ED केस के बाद वापसी
इस साल की शुरुआत में, प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी के बाद सोरेन की वापसी काफी चौंकाने वाली थी। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने कांग्रेस, राजद, और वाम दलों के साथ मिलकर 81 में से 56 सीटें जीतीं।
नई कैबिनेट का गठन
शपथ ग्रहण के बाद, सोरेन को नए मंत्रिमंडल में विभागों के वितरण पर निर्णय लेना है। संविधान के अनुसार, झारखंड में अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं। इस गठबंधन में कांग्रेस को 4, राजद को 1, और वाम दलों को 1 पद मिल सकता है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- हेमंत सोरेन ने चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- समारोह में विपक्षी दलों के कई बड़े नेता मौजूद थे।
- सोरेन ने ED केस के बाद मजबूत वापसी की।
- नई कैबिनेट में 12 मंत्री होंगे।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.