दिल्ली कोचिंग सेंटर में नियमों की अनदेखी: बेसमेंट लाइब्रेरी, सुरक्षा चूक और जानलेवा बाढ़
दिल्ली के Rau’s IAS Study Circle में एक त्रासद घटना ने सुरक्षा उल्लंघनों को उजागर किया। तीन सिविल सेवा उम्मीदवारों, शरिया यादव, तान्या सोनी, और नविन डल्विन की बाढ़ के कारण मौत हो गई। यह आपदा शैक्षिक संस्थानों में नियमों की अनुपालना की गंभीर आवश्यकता को दर्शाती है।
Rau’s IAS Study Circle में अवैध बेसमेंट उपयोग
Rau’s IAS Study Circle ने अपने बेसमेंट का उपयोग लाइब्रेरी के रूप में किया, जबकि नगर निकायों ने इसे केवल भंडारण के रूप में उपयोग की अनुमति दी थी। कोचिंग सेंटर का बेसमेंट उचित नालियों और आग सुरक्षा उपायों से रहित था, जो बाढ़ आपदा को बढ़ा दिया।
नियामक विफलताएँ
- बेसमेंट नियम: यूनिफाइड बिल्डिंग बाई-लॉज 2016 बेसमेंट उपयोग के लिए विशिष्ट नियम निर्धारित करते हैं। बेसमेंट को पर्याप्त नालियों, वेंटिलेशन, और संरचनात्मक अखंडता का पालन करना चाहिए।
- उपयोग परमिट का उल्लंघन: Rau’s IAS Study Circle को एक नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) प्राप्त था, लेकिन लाइब्रेरी के रूप में बेसमेंट के उपयोग के लिए नहीं।
शैक्षिक संस्थानों के लिए सुरक्षा नियम
बिल्डिंग बाई-लॉज के लिए बेसमेंट:
- ऊंचाई और चौड़ाई की आवश्यकताएँ: बेसमेंट की ऊंचाई और चौड़ाई कम से कम 2.4 मीटर होनी चाहिए।
- वेंटिलेशन और नालियाँ: उचित वेंटिलेशन और नालियों की प्रणाली अनिवार्य है ताकि पानी की एकत्रण और संरचनात्मक क्षति को रोका जा सके।
- वॉटरप्रूफिंग: बेसमेंट की दीवारें और फर्श वाटरटाइट होनी चाहिए।
- आपातकालीन पहुंच: बेसमेंट में कई प्रवेश बिंदु होने चाहिए।
Rau’s IAS Study Circle में सुरक्षा उल्लंघन:
- नालियों की कमी: बेसमेंट में उचित नालियों की कमी थी, जिससे बाढ़ की स्थिति बढ़ गई।
- एकमात्र प्रवेश और निकासी बिंदु: एकमात्र प्रवेश बिंदु ने आपात स्थिति के दौरान निकासी को बाधित किया।
दिल्ली में कोचिंग उद्योग
दिल्ली कोचिंग संस्थानों के लिए एक प्रमुख केंद्र है, जिसकी अनुमानित बाजार आकार Rs 58,088 करोड़ है। सिविल सेवाओं के कोचिंग सेक्टर की अकेले Rs 3,000 करोड़ की हिस्सेदारी है। इसके बावजूद, कई कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा और नियमों की अनुपालना की स्थिति अत्यंत खराब है।
हाल की GST आंकड़े: कोचिंग संस्थानों से GST संग्रह 2019-20 में Rs 2,240.73 करोड़ से बढ़कर 2023-24 में Rs 5,517.45 करोड़ हो गया है, जो उद्योग की वृद्धि को दर्शाता है।
सरकारी प्रतिक्रिया और मुआवजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रभावित परिवारों को पूरी मदद का आश्वासन दिया है। मृतकों को Rs 2 लाख का मुआवजा और घायलों को Rs 50,000 प्रदान किया जाएगा।
सुधार की अपील:
- वृद्धित निगरानी: बिल्डिंग और सुरक्षा नियमों की कड़ी अनुपालना की आवश्यकता है।
- छात्रों की सुरक्षा: शिक्षा संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक है।
छात्रों के विरोध और सार्वजनिक आक्रोश
इस घटना ने छात्रों और जनता में व्यापक विरोध को जन्म दिया है, जो सुरक्षा नियमों और लापरवाही की जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।
सुरक्षा नियमों और शैक्षिक संस्थानों की अनुपालना पर आगे की अपडेट्स के लिए हमारे समाचार पोर्टल को देखते रहें।
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