बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति: अंतरिम सरकार गठन की प्रमुख बैठकें आज
शेख हसीना का देश से पलायन और बांग्लादेश में राजनीतिक संकट
एक अत्यंत नाटकीय घटनाक्रम में, पूर्व बांग्लादेश प्रधान मंत्री शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है, जो व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच हुआ है। 15 वर्षों की नेतृत्व अवधि के बाद, हसीना, जो अपनी कठोर नीतियों के लिए जानी जाती हैं, को ढाका छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। ढाका की सड़कों पर पिछले तीन हफ्तों से हिंसा और अराजकता के बीच उनके चले जाने पर जश्न का माहौल बन गया।
बांग्लादेश में प्रमुख घटनाक्रम
शेख हसीना के अचानक इस्तीफे के बाद, देश में सत्ता की खाली जगह ने नए अंतरिम सरकार के गठन की बातचीत को तीव्र कर दिया है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज़-ज़मान ने विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ परामर्श के बाद एक अंतरिम सरकार गठित करने की योजना की घोषणा की है, जिसमें पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी, अवामी लीग को शामिल नहीं किया जाएगा। उन्होंने 300 से अधिक लोगों की मौत के साथ हिंसात्मक कार्रवाई को समाप्त करने का वादा किया है।
जनरल वाकर-उज़-ज़मान आज छात्र प्रदर्शनकारियों से मिलने वाले हैं। ये छात्र, जिनकी विरोध की शुरुआत नौकरी के कोटा को लेकर हुई थी, अब हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और अंतरिम सरकार के लिए नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद युनुस के नेतृत्व की बात कर रहे हैं।
शेख हसीना की भारत में आगमन और शरण की योजना
शेख हसीना एक सैन्य विमान में भारत पहुंची और दिल्ली के बाहरी इलाके के हिंदन एयरबेस पर उतरीं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और बांग्लादेश की स्थिति पर भारत की स्थिति पर चर्चा की।
रिपोर्टों के अनुसार, हसीना ने यूनाइटेड किंगडम में शरण लेने की योजना बनाई है। हालांकि, ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी द्वारा बांग्लादेश में हिंसा की पूरी और स्वतंत्र जांच की मांग ने उनकी योजनाओं को जटिल बना दिया है। फिलहाल, हसीना हिंदन एयरबेस पर रुक रही हैं, जहां उनके यूके के लिए आगे के यात्रा की मंजूरी का इंतजार है। प्रधानमंत्री कार्यालय उनकी स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है और उनकी ठहरने के दौरान औपचारिक बैठकें निर्धारित की गई हैं।
बांग्लादेश में वर्तमान स्थिति
बांग्लादेश में स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है। हसीना के जाने के बाद भी हिंसा और अशांति जारी है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने मंगलवार से सभी सरकारी और निजी कार्यालय, कारखाने और शैक्षिक संस्थानों को खोलने की घोषणा की है। सेना प्रमुख की बैठक छात्र नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की नई सरकार के गठन की तैयारी में सहायक होगा।
जनता की प्रतिक्रिया और प्रदर्शन
हसीना के इस्तीफे का स्वागत कई लोगों ने खुशी से किया, जैसे प्रदर्शनकारियों ने छतों से झंडे लहराए और सरकारी भवनों में घुसपैठ की। प्रदर्शनों की तस्वीरों में संसद भवन पर आक्रमण, धुएं की बमबारी, और हसीना के पिता, पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की मूर्तियों को नष्ट करना शामिल था।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया और शांति की अपील
स्थिति की बढ़ती गंभीरता को देखते हुए, अमेरिका ने अंतरिम सरकार के लोकतांत्रिक और समावेशी गठन की अपील की है और सभी पक्षों से आगे की हिंसा से बचने की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सभी हिंसा के कृत्यों की पूर्ण और स्वतंत्र जांच की मांग की है।
शेख हसीना की विरासत और विवाद
शेख हसीना, जिन्होंने 2009 से सत्ता में रही, ने बांग्लादेश में महत्वपूर्ण आर्थिक विकास की अवधि का नेतृत्व किया, देश की जीडीपी औसतन 6% वार्षिक वृद्धि के साथ। हालांकि, उनके शासन को मानवाधिकार उल्लंघनों, भ्रष्टाचार और राजनीतिक विपक्ष के दमन के आरोपों का सामना करना पड़ा।
जैसे बांग्लादेश इस महत्वपूर्ण मोड़ से गुजर रहा है, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ध्यानपूर्वक देख रहा है कि एक शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
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