बजाज फाइनेंस के कर्मचारी की आत्महत्या: कार्य दबाव और वेतन कटौती का आरोप
झांसी, उत्तर प्रदेश: 42 वर्षीय बजाज फाइनेंस के एरिया मैनेजर, तरुण सक्सेना, ने अपने घर में आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के लिए प्रेरणा के रूप में उन्होंने अपने वरिष्ठों द्वारा दो महीने से अधिक समय से लक्ष्य प्राप्ति के दबाव और वेतन कटौती की धमकियों का उल्लेख किया।
सुबह घर की सफाई करने आई महिला ने तरुण का शव पाया। उन्होंने अपनी पत्नी और दो बच्चों को एक कमरे में बंद कर रखा था। घटना के बाद तरुण के भाई, जो पास ही रहते थे, को सूचित किया गया। उन्होंने दरवाजा खोला और परिवार को बाहर निकाला।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार के अनुसार, तरुण ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने अपने वरिष्ठों पर काम के दबाव और उत्पीड़न का आरोप लगाया।
तरुण के परिवार ने कंपनी अधिकारियों पर लगातार टारगेट पूरा करने का दबाव डालने का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि तरुण की वेतन में कटौती कर दी गई थी, जिसके कारण वह मानसिक तनाव में था।
तरुण के चचेरे भाई, गौरव सक्सेना ने बताया कि “तरुण सक्सेना हमारे परिवार के बड़े भाई थे। बजाज फाइनेंस में एरिया मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे, और कंपनी के अधिकारी लगातार उन पर मार्केट से अधिक संग्रह करने का दबाव बना रहे थे। जब वह लक्ष्य पूरा नहीं कर पाए, तो उनका वेतन काट लिया गया। इस मानसिक दबाव के कारण उन्होंने आत्महत्या की।”
हालांकि, बजाज फाइनेंस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इस मामले में परिवार द्वारा शिकायत दर्ज किए जाने के बाद आगे की जांच शुरू की जाएगी।
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