आख़िर तक – एक नज़र में
- छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में नक्सली मुठभेड़ में 4 नक्सलियों की मौत।
- मुठभेड़ में सुरक्षा बलों का एक हेड कांस्टेबल शहीद हुआ।
- ऑपरेशन में 4 जिलों के DRG और STF टीमों ने भाग लिया।
- ऑटोमैटिक हथियार जैसे AK-47 और SLR जब्त किए गए।
- अबूझमाड़ लंबे समय से नक्सलियों का गढ़ माना जाता है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
अबूझमाड़ में घातक मुठभेड़
छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के घने जंगलों में शनिवार शाम सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में 4 नक्सलियों को मार गिराया गया और एक हेड कांस्टेबल, सन्नू करम, ने अपनी जान गवाई।
ऑपरेशन की रूपरेखा
नक्सल विरोधी इस अभियान में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, और कोंडागांव की DRG और STF टीमों ने हिस्सा लिया। टीम ने नक्सलियों के ठिकानों को निशाना बनाया। इस मुठभेड़ में कई स्वचालित हथियार जैसे AK-47 और SLR बरामद किए गए।
अबूझमाड़: नक्सलियों का मुख्य गढ़
अबूझमाड़, जो अपने दुर्गम और घने जंगलों के कारण कुख्यात है, दशकों से नक्सलियों का मुख्य गढ़ रहा है। इस क्षेत्र का आकार गोवा से बड़ा है और यह कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण सर्वेक्षण से बाहर रहा है।
सुरक्षा बलों की रणनीति
पुलिस के अनुसार, पिछले साल अबूझमाड़ में 50% से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया। अक्टूबर 2024 में सुरक्षा बलों ने एक ही दिन में 31 नक्सलियों को मारने में सफलता पाई। यह मुठभेड़ राज्य के इतिहास में सबसे बड़ी मानी गई।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- सुरक्षा बलों ने 4 नक्सलियों को मार गिराया।
- सन्नू करम, DRG के हेड कांस्टेबल, शहीद हुए।
- अबूझमाड़ नक्सलियों का गढ़ है, लेकिन सुरक्षा बल इसे कमजोर कर रहे हैं।
- मुठभेड़ में ऑटोमैटिक हथियार जब्त किए गए।
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