आख़िर तक – एक नज़र में
- अडानी समूह पर अमेरिकी अधिकारियों ने रिश्वत देने का आरोप लगाया है।
- केन्या ने अडानी के साथ दो प्रमुख परियोजनाओं को रद्द कर दिया।
- फ्रांस की TotalEnergies ने नई वित्तीय भागीदारी रोक दी है।
- श्रीलंका और बांग्लादेश भी समझौतों की समीक्षा कर रहे हैं।
- भारत में आंध्र प्रदेश सरकार भी अपने समझौतों की जांच कर रही है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
अडानी समूह पर आरोप
अमेरिकी अधिकारियों ने अडानी समूह पर भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया है। इस मामले में करीब $265 मिलियन (₹2,029 करोड़) की रिश्वत की बात सामने आई है। अडानी समूह ने इन आरोपों को ‘निराधार’ बताते हुए कानूनी कार्रवाई की घोषणा की है।
केन्या में परियोजनाएं रद्द
केन्या सरकार ने अडानी समूह के साथ दो महत्वपूर्ण समझौतों को रद्द कर दिया। राष्ट्रपति विलियम रूटो ने कहा कि देश की मुख्य हवाई अड्डे की परियोजना और $736 मिलियन की ऊर्जा परियोजना को समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “नई जानकारी के आधार पर यह निर्णय लिया गया।”
फ्रांस का निर्णय
फ्रांसीसी कंपनी TotalEnergies, जिसके पास अडानी ग्रीन एनर्जी में 20% हिस्सेदारी है, ने नई वित्तीय भागीदारी पर रोक लगा दी है। कंपनी ने कहा, “आरोपों की पूरी जांच होने तक कोई नई फंडिंग नहीं की जाएगी।” अडानी ग्रीन ने कहा कि यह निर्णय उनकी विकास योजनाओं पर असर नहीं डालेगा।
श्रीलंका और बांग्लादेश में समीक्षा
श्रीलंका की DFC ने अडानी समर्थित परियोजनाओं की जांच शुरू कर दी है। वहीं, बांग्लादेश की सरकार ने भी अडानी पावर से जुड़े समझौतों की समीक्षा के लिए एक समिति गठित की है।
भारत में प्रभाव
भारत के आंध्र प्रदेश राज्य ने भी अडानी समूह के साथ अपने समझौतों की जांच शुरू कर दी है। राज्य सरकार यह तय करेगी कि इन समझौतों को रद्द किया जा सकता है या नहीं।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- अडानी समूह पर गंभीर रिश्वत के आरोप लगे हैं।
- कई देशों ने परियोजनाओं की समीक्षा या रद्द किया।
- भारत में भी समझौतों पर पुनर्विचार किया जा रहा है।
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