आख़िर तक – एक नज़र में
- वित्त मंत्रालय ने सरकारी कार्यों में AI उपकरणों के उपयोग पर रोक लगाई है।
- यह निर्णय डेटा की गोपनीयता को सुरक्षित रखने के लिए लिया गया है।
- चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे उपकरणों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
- यह कदम OpenAI के प्रमुख सैम ऑल्टमैन की भारत यात्रा से पहले उठाया गया है।
- ऑस्ट्रेलिया और इटली ने भी इसी तरह के प्रतिबंध लगाए हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों को सरकारी कार्यों के लिए चैटजीपीटी (ChatGPT) और डीपसीक (DeepSeek) जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) उपकरणों का उपयोग न करने की सलाह दी है। मंत्रालय का कहना है कि इन उपकरणों के उपयोग से सरकारी दस्तावेजों और डेटा की गोपनीयता को खतरा हो सकता है। यह सलाह OpenAI के प्रमुख सैम ऑल्टमैन की आगामी भारत यात्रा से पहले जारी की गई है। AI उपयोग पर यह नियम डेटा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
मंत्रालय के आंतरिक विभाग द्वारा जारी सलाह में कहा गया है कि कार्यालय के कंप्यूटरों और उपकरणों में AI उपकरण और AI ऐप्स (जैसे चैटजीपीटी, डीपसीक आदि) सरकारी डेटा और दस्तावेजों की गोपनीयता के लिए खतरा पैदा करते हैं। ऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देशों ने पहले ही डेटा सुरक्षा जोखिमों का हवाला देते हुए डीपसीक के उपयोग पर इसी तरह के प्रतिबंध लगाए हैं।
यह कदम OpenAI के उस विवाद के बीच आया है, जिसमें कंपनी पर भारत के प्रमुख मीडिया घरानों के साथ कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगा है। OpenAI ने अदालत में कहा है कि उसके सर्वर भारत में नहीं हैं, इसलिए भारतीय अदालतों को इस मामले की सुनवाई नहीं करनी चाहिए। AI उपयोग को लेकर मंत्रालय गंभीर है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सरकारी डेटा सुरक्षित रहे।
मंत्रालय के तीन अधिकारियों ने इस नोट की प्रामाणिकता की पुष्टि की है। Reuters तुरंत यह पुष्टि नहीं कर सका कि क्या अन्य भारतीय मंत्रालयों के लिए भी इसी तरह के निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि, डेटा सुरक्षा को लेकर सरकार सख्त कदम उठा रही है। डेटा सुरक्षा आज एक बड़ा मुद्दा है।
AI उपयोग के इस प्रतिबंध का उद्देश्य सरकारी डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। मंत्रालय का मानना है कि इन उपकरणों के उपयोग से संवेदनशील जानकारी लीक होने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, यह कदम आवश्यक था।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
वित्त मंत्रालय ने सरकारी कार्यों में AI उपयोग पर रोक लगाई है। डेटा सुरक्षा के जोखिमों के कारण यह निर्णय लिया गया है। चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे उपकरण अब प्रतिबंधित हैं। यह कदम OpenAI के प्रमुख की भारत यात्रा से पहले उठाया गया है। डेटा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
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