“आख़िर तक – एक नज़र में”
- अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग से नई दिल्ली सीट पर स्वतंत्र पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की मांग की।
- वह चुनाव से पहले AAP कार्यकर्ताओं पर हमलों और उत्पीड़न की शिकायत कर रहे थे।
- केजरीवाल ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है जिन्होंने जिम्मेदारी नहीं निभाई।
- उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमलों में शामिल होने का आरोप लगाया।
- AAP प्रमुख ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के गुंडागर्दी पर भी चिंता जताई है।
“आख़िर तक – विस्तृत समाचार”
नई दिल्ली में हमले और उत्पीड़न पर अरविंद केजरीवाल का खत
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीख़ के नजदीक आते ही, AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग से नई दिल्ली सीट पर स्वतंत्र पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की मांग की। उनका कहना है कि चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले और उत्पीड़न की घटनाएँ बढ़ी हैं। अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता और दिल्ली पुलिस AAP कार्यकर्ताओं पर लगातार हमले कर रहे हैं, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में है।
पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
केजरीवाल ने पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी न निभाने के आरोप में निलंबित करने की मांग की। उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस ने AAP कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाओं को नजरअंदाज किया और दोषी व्यक्तियों को सजा नहीं दी। उनका दावा है कि इन घटनाओं को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा अंजाम दिया जा रहा है, जो अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए हिंसा का सहारा ले रहे हैं।
सीट का महत्व और चुनावी मुकाबला
नई दिल्ली विधानसभा सीट, जो राजधानी दिल्ली के केंद्र में स्थित है, प्रमुख इलाकों जैसे कनॉट प्लेस, सेंट्रल सचिवालय, और लोधी कॉलोनी को कवर करती है। यह सीट अरविंद केजरीवाल के लिए खास महत्व रखती है क्योंकि वह 2013 से इस सीट पर जीतते आ रहे हैं। इस बार उनके खिलाफ भाजपा के पार्वेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित मैदान में हैं। 2013 में केजरीवाल ने इस सीट को 44,269 मतों से जीता था और 2015 में यह आंकड़ा बढ़कर 57,213 हो गया था।
AAP के रुख और भाजपा के खिलाफ बयान
AAP ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमलों का वीडियो था। वीडियो में AAP ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए हिंसा का सहारा ले रही है। पार्टी का कहना है कि दिल्ली के लोग शिक्षित हैं और वे भाजपा की हिंसा का विरोध करेंगे।
चुनाव में मुख्य मुकाबला
नई दिल्ली सीट पर 2025 विधानसभा चुनाव में तीन प्रमुख दलों – AAP, भाजपा और कांग्रेस – के बीच तीव्र मुकाबला होने की संभावना है। AAP ने दिल्ली में अपनी मजबूत स्थिति को बनाए रखने के लिए चुनावी प्रचार तेज कर दिया है।
“आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें”
- अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर स्वतंत्र पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की मांग की।
- AAP कार्यकर्ताओं पर हमलों के आरोप में भाजपा और पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए गए।
- नई दिल्ली विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के खिलाफ AAP प्रमुख चुनावी मैदान में हैं।
- भाजपा के खिलाफ हिंसा और गुंडागर्दी के आरोपों का मुद्दा और तेज हो गया है।
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