आख़िर तक – एक नज़र में
- बांग्लादेश में हिंदू भिक्षु चिंमय कृष्ण दास को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- गिरफ्तारी के बाद, उन्होंने जेल वैन से “एकजुट बांग्लादेश” का नारा दिया।
- इस गिरफ्तारी के खिलाफ सैकड़ों हिंदू समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया।
- पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिससे तनाव बढ़ गया।
- भारत के विदेश मंत्रालय ने घटना पर चिंता व्यक्त की और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग की।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
गिरफ्तारी और बयान
बांग्लादेश में हिंदू नेता चिंमय कृष्ण दास को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद, जेल वैन से उन्होंने अपने समर्थकों को “एकजुट बांग्लादेश” का संदेश दिया और शांति बनाए रखने की अपील की।
विरोध और पुलिस कार्रवाई
गिरफ्तारी के विरोध में सैकड़ों समर्थकों ने कोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
आरोप और प्रतिक्रिया
चिंमय दास पर आरोप है कि उन्होंने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश के झंडे का अपमान किया। हालांकि, इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने इन आरोपों को गलत बताया है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेशी सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- चिंमय कृष्ण दास की गिरफ्तारी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक अधिकारों पर बहस छेड़ दी है।
- शांति और एकता का संदेश विरोध प्रदर्शन के बीच भी दिया गया।
- भारत ने बांग्लादेश सरकार को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का ध्यान दिलाया।
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