आख़िर तक – एक नज़र में
- बांग्लादेश ने अगरतला मिशन पर हमले को लेकर भारत के उच्चायुक्त को तलब किया।
- बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने घटना पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
- भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने भारत-बांग्लादेश संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
- घटना के पीछे एक हिंदू संन्यासी की गिरफ्तारी का विरोध माना जा रहा है।
- बांग्लादेश के अस्थायी सरकार ने घटना पर कड़ा रुख अपनाया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
अगरतला में बांग्लादेश मिशन पर हमला
अगरतला में स्थित बांग्लादेश मिशन पर हुए हमले को लेकर बांग्लादेश सरकार ने भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया। इस घटना में कुछ प्रदर्शनकारियों ने मिशन की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और बांग्लादेशी राष्ट्रीय ध्वज जलाने की घटना सामने आई।
प्रतिक्रिया और राजनयिक कदम
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे राजनयिक सुरक्षा में “भारत की विफलता” बताया। भारत ने इस घटना को “गंभीर रूप से खेदजनक” करार दिया है। प्रणय वर्मा ने कहा कि यह घटना द्विपक्षीय संबंधों में बाधा नहीं बनेगी।
राजनीतिक संदर्भ और विवाद
घटना का संबंध बांग्लादेश में हिंदू संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी से जोड़ा जा रहा है। बांग्लादेश में वर्तमान में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है, और इस घटना से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- बांग्लादेश ने अगरतला घटना पर भारत से जवाब मांगा।
- भारत-बांग्लादेश संबंधों में कोई एक घटना बाधा नहीं बनेगी।
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