आख़िर तक – एक नज़र में
- बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े 17 लोगों के बैंक खाते फ्रीज किए गए।
- हाई कोर्ट ने इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की याचिका खारिज कर दी थी।
- गिरफ्तार हिंदू साधु चिन्मय कृष्ण दास पर देशद्रोह का आरोप है।
- बांग्लादेश सरकार ने खातों की जांच के निर्देश दिए हैं।
- भारत ने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा पर चिंता जताई।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
बैंक खाते फ्रीज का आदेश
बांग्लादेश वित्तीय खुफिया इकाई (BFIU) ने इस्कॉन से जुड़े 17 व्यक्तियों के बैंक खाते 30 दिनों के लिए फ्रीज करने का आदेश दिया है। यह कार्रवाई बांग्लादेश हाई कोर्ट द्वारा इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की याचिका खारिज करने के एक दिन बाद हुई।
साधु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी
इस्कॉन के पूर्व सदस्य साधु चिन्मय कृष्ण दास को 25 नवंबर को गिरफ्तार किया गया। उन पर देशद्रोह का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके चलते इस्कॉन पर प्रतिबंध की मांग उठी। हालांकि, हाई कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया।
सरकार की कार्रवाई और प्रतिक्रिया
BFIU ने विभिन्न बैंकों को निर्देश दिया है कि वे इन खातों की सभी गतिविधियों की जानकारी तीन कार्यदिवसों के भीतर जमा करें। भारत सरकार ने इस कार्रवाई पर चिंता जताई और बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा की मांग की है।
आरोपों का इस्कॉन द्वारा खंडन
इस्कॉन बांग्लादेश ने वकील की हत्या से जुड़े आरोपों को खारिज करते हुए इसे साजिश बताया। संगठन ने कहा कि यह बदनाम करने की योजना है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- इस्कॉन से जुड़े 17 लोगों के बैंक खाते फ्रीज।
- साधु चिन्मय दास पर देशद्रोह का आरोप।
- भारत ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता जताई।
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