भारत की टेस्ट क्रिकेट यात्रा 92 साल पहले 1932 में शुरू हुई थी जब सीके नायडू की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। इसके बाद कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन 2024 में चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ जीत के साथ, भारत के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हुआ। पहली बार, भारत के पास जीत की संख्या (179) हार से ज्यादा हो गई।
शुरुआत आसान नहीं थी। भारत को अपनी पहली जीत हासिल करने में 25 टेस्ट मैच और 20 साल लग गए। 1952 में, मद्रास में विजय हजारे की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को हराकर अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की। इसके बाद भी जीत हासिल करने की राह लंबी थी। 1968 में, भारत ने न्यूज़ीलैंड के डुनेडिन में अपनी पहली विदेशी जीत दर्ज की।
भारत की टेस्ट क्रिकेट यात्रा में 2001 के बाद तेजी आई। इस समय से भारत ने 244 टेस्ट में से 116 जीते हैं। घरेलू मैदान पर भारत की जीत दर 63.06% है, और 2001 के बाद से भारत ने 111 मैचों में 70 जीतें दर्ज की हैं। विदेशी मैदान पर भी भारत ने 46 जीतें हासिल की हैं।
2010 के बाद से भारत का प्रदर्शन और भी शानदार हुआ है। विराट कोहली और एमएस धोनी जैसे कप्तानों की बदौलत भारत एक अजेय टीम बनकर उभरी। विशेषकर विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने टेस्ट क्रिकेट में नए कीर्तिमान स्थापित किए। रोहित शर्मा की कप्तानी में भी टीम ने 17 मैचों में 11 जीत दर्ज की हैं।
भारत की जीत की कहानी केवल बल्लेबाज़ी या स्पिन गेंदबाज़ी तक सीमित नहीं रही है। नई पीढ़ी के तेज गेंदबाज़ों जैसे जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, और मोहम्मद सिराज ने भारत की तेज गेंदबाजी को एक नई ऊंचाई दी है। स्पिन गेंदबाज़ी में भी आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने अपनी छाप छोड़ी है।
INDIA’s MILESTONES IN TEST CRICKET:
- पहला टेस्ट (1932): सीके नायडू की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ भारत का पहला टेस्ट मैच।
- पहली जीत (1952): मद्रास में इंग्लैंड के खिलाफ पहली जीत।
- 50वीं जीत (1994): लखनऊ में श्रीलंका के खिलाफ।
- 100वीं जीत (2009): कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ।
- 150वीं जीत (2018): मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ।
- 179वीं जीत (2024): चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ।
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