हरियाणा में भाजपा ने 90 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें जीतकर ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल में प्रवेश किया है। केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी की चुनावी प्रभारी के रूप में इस सफलता को संभव बनाया। उन्होंने पार्टी की एकता और जमीनी स्तर पर काम करने की रणनीति पर जोर दिया।
धर्मेंद्र प्रधान ने हरियाणा में भाजपा के प्रदर्शन को पुनर्जीवित करने के लिए अपने जमीनी संपर्क का उपयोग किया। उन्होंने रोहतक, पंचकुला और कुरुक्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पार्टी के सदस्यों से सीधा संवाद किया। छोटे और लक्षित बैठकों के माध्यम से उन्होंने असली फीडबैक इकट्ठा किया, जो पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाया गया।
प्रधान का नेतृत्व पार्टी के अंदरूनी असंतोष को दूर करने में भी सहायक रहा। उन्होंने कमजोर मतदान केंद्रों की पहचान की और उन्हें अन्य राजनीतिक दलों के सक्षम व्यक्तियों से पुनर्जीवित किया। उनका यह हाथों से काम करने वाला दृष्टिकोण भाजपा के सदस्यों को फिर से पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध किया।
हरियाणा में भाजपा का यह महत्वपूर्ण टर्नअराउंड प्रधान की जमीनी रणनीतियों का परिणाम है। उन्होंने स्थानीय मुद्दों को समझा और भाजपा के आधार को मजबूत किया। पहले, प्रधान ने ओडिशा में भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण चुनावी जीत की योजना बनाई थी, जहां पार्टी ने 147 विधानसभा सीटों में से 78 पर जीत हासिल की।
कांग्रेस ने 37 विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज की। फिर भी, भाजपा ने हरियाणा में एक ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल की सफलतापूर्वक प्राप्ति की।
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