Aakhir Tak – In Shorts:
कनाडा के ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर पर खालिस्तानी हमले के बाद हिंदू और सिख समुदायों ने एकता दिखाते हुए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में हजारों भारतीय मूल के लोग शामिल हुए और यह खालिस्तानी तत्वों और पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ था। प्रदर्शन में ‘सिख बनाम हिंदू’ की गलतफहमी को दूर करते हुए सिखों ने स्पष्ट किया कि खालिस्तानी सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
Aakhir Tak – In Depth:
ब्रैम्पटन, कनाडा में स्थित हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तानी तत्वों के हमले के बाद भारतीय समुदाय ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। रविवार को हुए इस हमले ने हिंदू समुदाय को संगठित और एकजुट होकर सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया। सोमवार को हजारों की संख्या में हिंदू और सिख समुदाय के लोगों ने एकजुटता दिखाते हुए विरोध किया। कोलिशन ऑफ हिंदूज इन नॉर्थ अमेरिका (CoHNA) द्वारा आयोजित इस मार्च ने खालिस्तानी तत्वों की हिंसा और कनाडाई सरकार की निष्क्रियता के प्रति रोष प्रकट किया। प्रदर्शन में ‘सिख बनाम हिंदू’ की धारणा को खारिज करते हुए सिख समुदाय ने खालिस्तानियों से खुद को अलग बताया।
हिंदू और सिखों ने एक सुर में खालिस्तानी हमले की निंदा की और पुलिस पर पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगाया। “खालिस्तानी सिख नहीं हैं। सिख हमारे भाई हैं और वे इस प्रकार की घृणा में शामिल नहीं हैं,” एक प्रदर्शनकारी ने बताया। कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भी इस मुद्दे पर चुप रहने और खालिस्तानी तत्वों का समर्थन करने का आरोप लगा।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.