Aakhir Tak – In Shorts:
- कनाडा के अधिकारियों ने भारत के खिलाफ “गोपनीय” जानकारी लीक की बात स्वीकार की।
- यह जानकारी वाशिंगटन पोस्ट को दी गई, बिना प्रधानमंत्री ट्रूडो की मंजूरी के।
- इस कदम ने भारत-कनाडा राजनयिक संबंधों को और तनावपूर्ण बना दिया है।
Aakhir Tak – In Depth:
कनाडा के राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सलाहकार नाथाली ड्रुएन ने मंगलवार को स्वीकार किया कि भारत के खिलाफ गोपनीय जानकारी एक “संचार रणनीति” के तहत वाशिंगटन पोस्ट को लीक की गई। इस रणनीति का उद्देश्य अमेरिका में भारत-कनाडा राजनयिक विवाद पर कनाडा का पक्ष रखना था। ड्रुएन ने दावा किया कि यह लीक प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मंजूरी के बिना हुआ और इस जानकारी में कोई “गोपनीय” सामग्री नहीं थी।
कनाडा और भारत के बीच राजनयिक तनाव बढ़ता जा रहा है। पहले, भारतीय उच्चायुक्त समेत छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित किया गया। भारतीय खुफिया एजेंसी पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भूमिका निभाई है। भारत ने सभी आरोपों को निराधार बताया है और यह भी कहा कि खालिस्तान समर्थकों पर नियंत्रण की कमी कनाडा की गंभीर लापरवाही को दर्शाती है।
कनाडा के कंजर्वेटिव सांसदों ने सवाल उठाया कि कनाडा के नागरिकों को जानकारी देने की बजाय इसे मीडिया को क्यों दिया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, यह लीक भारत-कनाडा संबंधों पर दूरगामी प्रभाव डाल सकता है।
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