Aakhir Tak – In Shorts:
- जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 पर प्रस्ताव के बाद हंगामा।
- पीडीपी विधायक वहीद पारा ने विशेष दर्जा बहाली के लिए प्रस्ताव पेश किया।
- भाजपा विधायकों ने प्रस्ताव का विरोध करते हुए पारा के निलंबन की मांग की।
Aakhir Tak – In Depth: जम्मू-कश्मीर विधानसभा का छह साल बाद पहला सत्र सोमवार को प्रारंभ हुआ। इसमें पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक वहीद पारा ने अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए प्रस्ताव पेश किया। इस प्रस्ताव ने सदन में हंगामे का माहौल बना दिया। पारा ने यह प्रस्ताव अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर को सौंपा और इसे पांच दिवसीय सत्र में चर्चा के लिए शामिल करने की मांग की। हालांकि, यह एजेंडे का हिस्सा नहीं था।
बीजेपी विधायकों ने इसका जोरदार विरोध किया और नियमों के उल्लंघन के लिए पारा के निलंबन की मांग की। अध्यक्ष ने सदस्यों से शांत रहने की अपील की और कहा कि प्रस्ताव उनके पास आने पर उसकी समीक्षा की जाएगी। इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों ने बीजेपी पर कार्यवाही में बाधा डालने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह प्रस्ताव “सिर्फ कैमरों के लिए” है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि जम्मू-कश्मीर के लोग 5 अगस्त 2019 के निर्णय से असहमत हैं। लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा, “मेरी सरकार पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए सभी प्रयास करेगी।”
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पारा की सराहना करते हुए ट्वीट किया, “वहीद पारा पर गर्व है कि उन्होंने अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए प्रस्ताव पेश किया।”
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.