चीन पाक में सुरक्षा के लिए सैनिक भेजने पर कर रहा विचार

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चीन पाक में सुरक्षा के लिए सैनिक भेजने पर कर रहा विचार

चीनी नागरिकों पर हमले बढ़े, चीन पाक में सैनिक तैनात करने पर कर रहा विचार
पाकिस्तान में लगभग 30,000 चीनी नागरिक विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। चीनी नागरिकों पर लगातार हो रहे हमलों के बाद चीन और पाकिस्तान ने उनकी सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। हाल ही में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा ग्वादर में एक आत्मघाती हमले में दो चीनी नागरिकों की मौत हो गई। इससे बीजिंग में चिंता और बढ़ गई है, और अब चीन अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सीधे कदम उठाने की योजना बना रहा है।

सूत्रों के अनुसार, चीन पाकिस्तान में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सैनिक भेजने की योजना बना रहा है। पाकिस्तान ने भी इस दिशा में अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। अगस्त में, पाकिस्तान ने “ऑपरेशन आज़म-ए-इस्तेखाम” के लिए 60 अरब रुपये का बजट आवंटित किया था, जो उनके 2.1 ट्रिलियन रुपये के रक्षा बजट का हिस्सा है। इसके साथ ही, चीन की मांग पर चीनी नागरिकों और CPEC के दूसरे चरण की परियोजनाओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त 90 अरब रुपये की मंजूरी दी गई है।

बीजिंग ने पाकिस्तान के साथ मिलकर एक संयुक्त सुरक्षा कंपनी बनाने का प्रस्ताव भी रखा है, ताकि उनके कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ती सुरक्षा साझेदारी का संकेत हो सकता है, जिससे बलूचिस्तान जैसे अस्थिर क्षेत्रों में चीनी उपस्थिति बढ़ सकती है। दोनों देशों के बीच एक आतंकवाद विरोधी सहयोग समझौते पर भी बातचीत हो रही है, जिससे आधिकारिक रूप से पाकिस्तान में चीनी सैन्य उपस्थिति बढ़ने की संभावना है।

चीन CPEC के दूसरे चरण के तहत अतिरिक्त सुरक्षा परियोजनाओं पर भी जोर दे रहा है। इसमें मोबाइल सुरक्षा उपकरण और बुलेटप्रूफ वाहन शामिल हैं। पाकिस्तान में काम कर रहे लगभग 30,000 चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए ये कदम बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।

2015 में CPEC के शुभारंभ के बाद से चीन ने पाकिस्तान में लगभग 62 बिलियन डॉलर का निवेश किया है, जो पहले अनुमानित 46 बिलियन डॉलर से बढ़ गया है। इस निवेश का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना और आर्थिक सहयोग को मजबूत करना है।

हाल के वर्षों में पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हुए प्रमुख हमले:

  • 6 अक्टूबर 2024: ग्वादर में दो चीनी नागरिकों की आत्मघाती हमले में मौत।
  • 26 अप्रैल 2022: कराची विश्वविद्यालय में आत्मघाती हमले में तीन चीनी शिक्षकों की मौत।
  • 20 अगस्त 2021: ग्वादर में चीनी कामगारों के काफिले पर हमला।
  • 14 जुलाई 2021: खैबर पख्तूनख्वा में बम धमाके से 9 चीनी कामगारों की मौत।

चीन और पाकिस्तान के बीच संबंधों पर इन हमलों का गहरा प्रभाव पड़ा है, और दोनों देशों ने मिलकर चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर कदम उठाए हैं।


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