चीन अब पश्चिमी आपूर्ति श्रृंखलाओं पर नज़रें गड़ाए हुए है, खासकर लेबनान में हाल ही में हुई पेजर विस्फोट घटना के बाद। 18 सितंबर को हुए इस विस्फोट ने पश्चिम एशिया में सुरक्षा से संबंधित सवाल खड़े कर दिए हैं, जबकि चीन इसे अपनी मोबाइल फोन निर्यात को फिर से बढ़ावा देने के एक अवसर के रूप में देख रहा है।
चीन का मोबाइल निर्यात 2015 के बाद से लगातार घट रहा है, और 2023 तक इसमें 40% से अधिक की गिरावट आई है। हालांकि, कुछ चीनी रणनीतिकारों का मानना है कि पश्चिम एशिया में बढ़ते सुरक्षा संकट का उपयोग चीन अपनी उत्पादन क्षमताओं को मजबूत करने के लिए कर सकता है।
चीन की आपूर्ति श्रृंखला पर जोर
लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट के बाद अरब देशों में पश्चिमी इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं। इसके परिणामस्वरूप, चीनी ब्रांडों, विशेष रूप से हुआवेई, की ओर लोगों का रुझान बढ़ सकता है। चीन ने यह भी तर्क दिया है कि पश्चिमी देशों की आपूर्ति श्रृंखला पर अब भरोसा करना जोखिम भरा हो सकता है, और यह विश्वभर में एक आपूर्ति श्रृंखला संकट पैदा कर सकता है।
चीन का अवसर
चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना पश्चिमी आपूर्ति श्रृंखला की वैधता और स्थिरता को चुनौती देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इससे पश्चिमी देशों के इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की जगह चीन के “मेड इन चाइना” उत्पादों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
क्या चीन की रणनीति सफल होगी?
वर्तमान में, यह कहना मुश्किल है कि चीन की यह रणनीति कितनी सफल होगी। लेकिन, भारत, जो कि इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है, उसे इस आपूर्ति श्रृंखला भू-राजनीति पर ध्यान देना होगा।
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