आख़िर तक – एक नज़र में
- पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में महत्वपूर्ण सिटी गैस वितरण परियोजना की नींव रखी।
- ₹1010 करोड़ से अधिक की यह परियोजना अलीपुरद्वार और कूच बिहार के ढाई लाख से अधिक घरों को पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) प्रदान करेगी।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में बंगाल की भागीदारी अपेक्षित और आवश्यक है।
- यह परियोजना केवल पाइपलाइन नहीं, बल्कि सरकारी योजनाओं की डोरस्टेप डिलीवरी का एक उदाहरण है।
- देश में सीएनजी स्टेशनों का विस्तार हरित ईंधन तक पहुंच बढ़ाएगा, जिससे पर्यावरण को लाभ होगा।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में एक महत्वपूर्ण सिटी गैस वितरण परियोजना की आधारशिला रखी। यह कदम भारत में सिटी गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है। इस सिटी गैस वितरण परियोजना से क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी।
बंगाल के विकास का महत्व
सभा को संबोधित करते हुए, पीएम नरेंद्र मोदी ने अलीपुरद्वार की ऐतिहासिक भूमि से पश्चिम बंगाल के लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने क्षेत्र के समृद्ध सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह क्षेत्र न केवल अपनी सीमाओं से परिभाषित होता है, बल्कि अपनी गहरी जड़ों वाली परंपराओं और संबंधों से भी। प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि अलीपुरद्वार भूटान के साथ अपनी सीमा साझा करता है। दूसरी ओर असम इसका स्वागत करता है। जलपाईगुड़ी की प्राकृतिक सुंदरता और कूच बिहार का गौरव इस क्षेत्र के अभिन्न अंग हैं। उन्होंने इस समृद्ध भूमि का दौरा करने पर अपना सौभाग्य व्यक्त किया। उन्होंने बंगाल की विरासत और एकता में इसकी भूमिका को रेखांकित किया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा, “आज जब भारत एक विकसित भारत बनने की ओर बढ़ रहा है, तो बंगाल की भागीदारी अपेक्षित और आवश्यक है।” उन्होंने इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचा विकास, नवाचार और निवेश को गति देने के लिए केंद्र सरकार के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “बंगाल का विकास भारत के भविष्य का आधार स्तंभ है।” उन्होंने टिप्पणी की कि आज उस यात्रा में एक और मजबूत मील का पत्थर जोड़ा गया है।
परियोजना का विवरण और लाभ
उन्होंने अलीपुरद्वार और कूच बिहार में सिटी गैस वितरण परियोजना के शुभारंभ की घोषणा की। यह 2.5 लाख से अधिक घरों को स्वच्छ, सुरक्षित और सस्ती पाइप्ड नेचुरल गैस प्रदान करेगी। श्री मोदी ने कहा कि इस पहल से एलपीजी सिलेंडर खरीदने की चिंता समाप्त हो जाएगी। यह परिवारों को सुरक्षित गैस आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। इसके अतिरिक्त, सीएनजी स्टेशनों के विस्तार से हरित ईंधन तक पहुंच बढ़ेगी। इससे लागत बचत, समय की दक्षता और पर्यावरणीय लाभ होंगे। उन्होंने इस नई शुरुआत पर अलीपुरद्वार और कूच बिहार के नागरिकों को बधाई दी। उन्होंने जोर देकर कहा, “सिटी गैस वितरण परियोजना केवल एक पाइपलाइन पहल नहीं है, बल्कि आवश्यक सेवाओं की डोरस्टेप डिलीवरी के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।”
ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रगति
भारत के ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने देश के गैस-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से संक्रमण पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 में सिटी गैस सेवाएं केवल 66 जिलों में उपलब्ध थीं। आज सिटी गैस वितरण नेटवर्क देश भर के 550 से अधिक जिलों में फैल गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नेटवर्क अब गांवों और छोटे शहरों तक पहुंच रहा है। यह लाखों घरों तक पाइप्ड नेचुरल गैस की पहुंच सुनिश्चित कर रहा है। उन्होंने टिप्पणी की कि सीएनजी को व्यापक रूप से अपनाने से सार्वजनिक परिवहन में बदलाव आया है। इससे प्रदूषण के स्तर में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बदलाव न केवल नागरिकों के स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि वित्तीय बोझ को भी कम करता है।
उज्ज्वला योजना और एलपीजी विस्तार
इस बात पर जोर देते हुए कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने भारत के गैस-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर संक्रमण को तेज किया है, श्री मोदी ने बताया कि 2016 में शुरू की गई इस योजना ने लाखों गरीब महिलाओं के जीवन में काफी सुधार किया है। उन्हें धुएं से भरी रसोई से राहत मिली है। उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। घरेलू रसोई स्थानों में गरिमा को बढ़ावा मिला है। श्री मोदी ने यह भी बताया कि 2014 में देश में 14 करोड़ से भी कम एलपीजी कनेक्शन थे। आज यह संख्या 31 करोड़ को पार कर गई है। इससे सार्वभौमिक गैस पहुंच का सपना साकार हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने देश भर में गैस वितरण नेटवर्क को मजबूत किया है। यह देश के हर कोने तक इसकी पहुंच सुनिश्चित कर रहा है। श्री मोदी ने आगे कहा कि एलपीजी वितरकों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है। 2014 से पहले भारत में 14,000 से कम एलपीजी वितरक थे। आज यह संख्या बढ़कर 25,000 से अधिक हो गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी गैस सिलेंडर आसानी से उपलब्ध हैं। इससे देश भर के घरों में स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन सुलभ हो गया है।
ऊर्जा गंगा परियोजना की भूमिका
प्रधानमंत्री ने ऊर्जा गंगा परियोजना के महत्व पर जोर दिया। इसे गैस-आधारित अर्थव्यवस्था की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत, भारत के पूर्वी राज्यों को जोड़ने के लिए गैस पाइपलाइनों का विस्तार किया गया है। इससे पश्चिम बंगाल और अन्य क्षेत्रों में गैस की पहुंच में काफी वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के इन प्रयासों से न केवल ऊर्जा पहुंच का विस्तार हुआ है, बल्कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नए रोजगार के अवसर भी पैदा हुए हैं। उन्होंने टिप्पणी की कि पाइपलाइन निर्माण से लेकर गैस आपूर्ति तक, कई स्तरों पर रोजगार सृजन में वृद्धि हुई है। इससे गैस-आधारित उद्योगों पर निर्भर औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत अब एक ऐसे भविष्य की ओर बढ़ रहा है जहां ऊर्जा सस्ती, स्वच्छ और सार्वभौमिक रूप से सुलभ हो।”
बंगाल के विकास के लिए प्रतिबद्धता
इस बात पर जोर देते हुए कि पश्चिम बंगाल भारत की संस्कृति, ज्ञान और वैज्ञानिक प्रगति का एक प्रमुख केंद्र रहा है, श्री मोदी ने कहा कि बंगाल के विकास के बिना विकसित भारत का सपना साकार नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने पिछले एक दशक में हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने पूर्वा एक्सप्रेसवे, दुर्गापुर एक्सप्रेसवे, श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह का आधुनिकीकरण, कोलकाता मेट्रो का विस्तार, न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन का परिवर्तन और डुआर्स मार्ग पर नई ट्रेनों की शुरुआत जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। ये सभी बंगाल की प्रगति को गति देने के उद्देश्य से हैं। श्री मोदी ने कहा, “नई शुरू की गई परियोजना केवल एक पाइपलाइन नहीं, बल्कि प्रगति की जीवन रेखा है।” उन्होंने नागरिकों के जीवन को आसान बनाने और बंगाल के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने यह उम्मीद जताते हुए समापन किया कि पश्चिम बंगाल विकास की ओर अग्रसर रहेगा और राज्य के लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. सुकांता मजूमदार, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता श्री सुवेंदु अधिकारी, अलीपुरद्वार के सांसद श्री मनोज तिग्गा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पृष्ठभूमि
₹1010 करोड़ से अधिक की सिटी गैस वितरण परियोजना का लक्ष्य 2.5 लाख से अधिक घरों, 100 से अधिक वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों को पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) प्रदान करना है। इसके अलावा सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम कार्य कार्यक्रम (MWP) लक्ष्यों के अनुरूप लगभग 19 सीएनजी स्टेशन स्थापित करके वाहनों के लिए संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) उपलब्ध कराना है। यह सुविधाजनक, विश्वसनीय, पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी ईंधन आपूर्ति प्रदान करेगा और क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- पीएम नरेंद्र मोदी ने अलीपुरद्वार में ₹1010 करोड़ की सिटी गैस वितरण परियोजना का शिलान्यास किया।
- यह परियोजना पाइप्ड नेचुरल गैस और सीएनजी स्टेशन के माध्यम से पश्चिम बंगाल के ऊर्जा परिदृश्य को बदलेगी।
- विकसित भारत के लक्ष्य में बंगाल का योगदान महत्वपूर्ण है, और यह परियोजना उस दिशा में एक कदम है।
- ऊर्जा गंगा परियोजना और उज्ज्वला योजना जैसी पहलों ने देश में गैस आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया है।
- केंद्र सरकार बुनियादी ढांचा विकास के माध्यम से बंगाल की प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है।
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