आख़िर तक – एक नज़र में
- कांग्रेस की CWC बैठक में हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव हार की समीक्षा हुई।
- मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी में अनुशासन की आवश्यकता पर बल दिया।
- राहुल गांधी ने खड़गे के नेतृत्व का समर्थन करते हुए कहा, “खड़गे जी ने सख्ती दिखाई है।”
- खड़गे ने ईवीएम और चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए।
- पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में सुधार और चुनावी रणनीति को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
पार्टी में अनुशासन और एकता की आवश्यकता
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को CWC बैठक में हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनावी हार पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन और एकता की कमी हार का मुख्य कारण है। खड़गे ने नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि पार्टी के खिलाफ बयानबाजी पर सख्त कार्रवाई होगी।
खड़गे की ‘सख्ती’ पर राहुल गांधी का समर्थन
बैठक में राहुल गांधी ने खड़गे के बयान का समर्थन किया और कहा, “खड़गे जी ने सख्ती दिखाई है।” खड़गे ने कहा कि पार्टी को पुराने तरीकों से नहीं, बल्कि नए और रणनीतिक कदमों से जीत हासिल करनी होगी।
ईवीएम पर सवाल और चुनावी रणनीति
खड़गे ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करे। उन्होंने राज्य चुनावों में राष्ट्रीय मुद्दों के बजाय स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देने की बात कही।
आगामी चुनावों की तैयारी
खड़गे ने नेताओं को आगामी चुनावों की तैयारियों में जुटने और संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि चुनावों में जीत के लिए कड़ी मेहनत और सही रणनीति की जरूरत है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- हरियाणा और महाराष्ट्र में हार की समीक्षा।
- खड़गे ने अनुशासन और एकता पर जोर दिया।
- ईवीएम की निष्पक्षता पर सवाल उठे।
- बूथ स्तर पर संगठन मजबूत करने की आवश्यकता।
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