आख़िर तक – एक नज़र में
- कांग्रेस ने मानवाधिकार आयोग प्रमुख की नियुक्ति प्रक्रिया पर विरोध दर्ज कराया।
- राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने चयन प्रक्रिया को ‘त्रुटिपूर्ण’ बताया।
- उन्होंने न्यायमूर्ति रोहिंटन फली नरीमन और न्यायमूर्ति कुट्टीयिल मैथ्यू जोसेफ के नाम प्रस्तावित किए थे।
- न्यायमूर्ति वी. रामासुब्रमणियन को नियुक्त किया गया।
- कांग्रेस ने चयन में क्षेत्र, धर्म और जाति के संतुलन पर ध्यान न देने का आरोप लगाया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
मानवाधिकार आयोग प्रमुख की नियुक्ति पर कांग्रेस का विरोध
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया पर अपने असंतोष को रिकॉर्ड किया है। उन्होंने चयन प्रक्रिया को ‘त्रुटिपूर्ण’ और ‘पूर्व-निर्धारित’ बताया, जिसने परस्पर परामर्श और सहमति को नजरअंदाज किया।
कांग्रेस का आरोप
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने NHRC अध्यक्ष पद के लिए न्यायमूर्ति रोहिंटन फली नरीमन और न्यायमूर्ति कुट्टीयिल मैथ्यू जोसेफ के नाम प्रस्तावित किए थे। हालांकि, पूर्व सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश वी. रामासुब्रमणियन को मानवाधिकार आयोग का प्रमुख नियुक्त किया गया।
विरोध पत्र
कांग्रेस नेताओं ने एक विरोध पत्र में कहा कि NHRC अध्यक्ष की नियुक्ति में क्षेत्र, धर्म और जाति के संतुलन का ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी चयन प्रक्रिया सरकार की ‘उपेक्षात्मक दृष्टिकोण’ को दर्शाती है। गांधी और खड़गे ने NHRC सदस्यों के पद के लिए न्यायमूर्ति एस मुरलीधर और न्यायमूर्ति अकील अब्दुलहमीद कुरैशी के नाम प्रस्तावित किए और कहा कि दोनों ने मानवाधिकारों की रक्षा में उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड बनाए रखा है।
उच्च स्तरीय समिति की बैठक
पूर्व न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) वी. रामासुब्रमणियन की नियुक्ति से पहले, 1 जून को पूर्व न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा के कार्यकाल समाप्त होने के बाद NHRC के अध्यक्ष पद खाली पड़ा था। मिश्रा के सेवानिवृत्त होने के बाद विजय भारती सयानी मानवाधिकार आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष बनी थीं।
18 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति ने NHRC के अगले अध्यक्ष का चयन करने के लिए बैठक की। गांधी और खड़गे ने बैठक में भाग लिया।
चयन प्रक्रिया
NHRC के प्रमुख को चुनने वाली समिति का नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं और इसमें लोकसभा अध्यक्ष, गृह मंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता, राज्यसभा में विपक्ष के नेता और राज्यसभा के उपाध्यक्ष शामिल होते हैं।
नियुक्ति की पुष्टि
NHRC ने सोमवार को ट्वीट किया, “भारत के राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति वी. रामासुब्रमणियन (सेवानिवृत्त) को अध्यक्ष और प्रियंक कनोन्गो और डॉ. न्यायमूर्ति बिद्युत रंजन सरंगी (सेवानिवृत्त) को NHRC के सदस्यों के रूप में नियुक्त किया है।”
प्रियंक कनोन्गो पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष के रूप में सेवा कर चुके हैं।
याद रखने योग्य बातें
- कांग्रेस ने NHRC प्रमुख की नियुक्ति प्रक्रिया पर विरोध दर्ज कराया।
- राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने चयन प्रक्रिया को ‘त्रुटिपूर्ण’ बताया।
- पूर्व न्यायमूर्ति वी. रामासुब्रमणियन को NHRC प्रमुख नियुक्त किया गया।
- उच्च स्तरीय समिति ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बैठक की।
- NHRC ने नियुक्ति की पुष्टि की।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.