आख़िर तक – एक नज़र में
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि उन्होंने एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनने के लिए मनाया।
- महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 230 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
- शिवसेना के कुछ नेताओं ने शिंदे को सरकार में शामिल करने का विरोध किया था।
- शिंदे और अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में ली।
- गृह मंत्रालय पर अभी चर्चा जारी है, और कैबिनेट विस्तार 16 दिसंबर से पहले होगा।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
एकनाथ शिंदे को कैसे मनाया गया?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्होंने शपथ ग्रहण से दो दिन पहले एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। शिंदे ने पहले मुख्यमंत्री पद की मांग की थी, लेकिन बाद में डिप्टी सीएम बनने पर सहमति जताई। यह मुलाकात 30 मिनट तक चली और इसमें गठबंधन की स्थिरता पर चर्चा हुई।
शिवसेना में मतभेद और महायुति की जीत
चुनाव के बाद, महायुति की पहली बैठक में यह तय हुआ कि मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा। हालांकि, शिवसेना के कुछ नेताओं ने शिंदे को सरकार में शामिल करने का विरोध किया। फडणवीस ने कहा कि शिंदे के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध अच्छे हैं, और इस कारण शिंदे को राजी करना संभव हुआ।
गृह मंत्रालय और कैबिनेट विस्तार पर स्थिति
गृह मंत्रालय को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच अभी बातचीत जारी है। फडणवीस ने कहा कि गृह मंत्रालय हमेशा बीजेपी के पास रहा है और इसे बनाए रखना बेहतर समन्वय के लिए जरूरी है।
महायुति की जीत के पीछे की वजहें
फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे और सरकार की योजनाओं जैसे ‘लड़की बहिन योजना’ का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि इन प्रयासों ने बीजेपी को 5% अतिरिक्त वोट दिलाने में मदद की।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- फडणवीस और शिंदे की मुलाकात ने गठबंधन को मजबूती दी।
- शिवसेना और बीजेपी के बीच मंत्रालयों को लेकर अभी सहमति नहीं बनी है।
- ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे ने महायुति की जीत में अहम भूमिका निभाई।
- कैबिनेट विस्तार 16 दिसंबर से पहले होगा।
- महाराष्ट्र ने जातिगत राजनीति को नकार कर विकास को प्राथमिकता दी।
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