आख़िर तक – एक नज़र में
- बांग्लादेश ने भारत पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।
- बांग्लादेश सरकार ने भारतीय मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया।
- छात्रों ने ढाका विश्वविद्यालय में भारत के हस्तक्षेप के खिलाफ प्रदर्शन किया।
- पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की गई।
- भारत ने बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
बांग्लादेश का भारत पर आरोप
बांग्लादेश ने भारत पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में दोहरे मापदंड अपनाने का गंभीर आरोप लगाया है। बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के विधि सलाहकार असिफ नज़रुल ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, “भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन भारत को इस पर कोई शर्मिंदगी नहीं है।”
भारतीय मीडिया पर निशाना
बांग्लादेश ने भारतीय मीडिया पर ‘औद्योगिक स्तर की गलत जानकारी’ फैलाने का आरोप लगाया। अंतरिम सरकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा, “हमें अपनी कहानियां खुद सुनानी होंगी, अन्यथा भारतीय मीडिया हमारे खिलाफ नैरेटिव सेट कर देगा।”
छात्रों का विरोध प्रदर्शन
ढाका विश्वविद्यालय में छात्रों ने भारत के हस्तक्षेप के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने भारत पर सीमा पर हत्याएं करने और धार्मिक उकसावे का आरोप लगाया।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “बांग्लादेश में चरमपंथी बयानबाजी और हिंसा की घटनाओं पर गंभीर चिंता है।”
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- बांग्लादेश ने भारत पर ‘दोहरा मापदंड’ अपनाने का आरोप लगाया।
- भारतीय मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने का आरोप है।
- ढाका में छात्रों ने भारत के हस्तक्षेप के खिलाफ प्रदर्शन किया।
- भारत ने बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह मुद्दा गंभीरता से देखा जा रहा है।
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