आख़िर तक – एक नज़र में
- शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बीमारी पर विवाद छिड़ा।
- दिल्ली से लौटने के बाद शिंदे ने महायुति की बैठक रद्द की।
- पार्टी ने बताया कि शिंदे नाराज नहीं हैं, बल्कि स्वास्थ्य कारणों से गाँव गए।
- महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर बातचीत जारी है।
- जल्द ही सरकार गठन की घोषणा होने की संभावना है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
महायुति में नेतृत्व विवाद की स्थिति
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस बरकरार है। हाल ही में, एकनाथ शिंदे दिल्ली में भाजपा नेताओं, खासकर अमित शाह से मुलाकात कर लौटे। इसके तुरंत बाद उनकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर अटकलें तेज हो गईं। शिवसेना ने इस अफवाह को खारिज करते हुए कहा कि शिंदे महायुति की बैठक से नाराज नहीं, बल्कि अस्वस्थ हैं।
शिंदे की भूमिका और महायुति के समीकरण
भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन ने 288 में से 233 सीटें जीतीं। भाजपा ने 132 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि शिवसेना और एनसीपी ने क्रमशः 57 और 41 सीटें हासिल कीं। फिर भी, मुख्यमंत्री पद पर सहमति नहीं बन पाई। रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंदे गृह मंत्रालय और उप मुख्यमंत्री पद पर जोर दे रहे हैं।
शिंदे की नाराजगी की अफवाहें खारिज
शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा, “शिंदे नाराज नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि वे राज्य के विकास के लिए संघर्ष करेंगे।” सामंत ने यह भी जोड़ा कि बैठकें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से भी हो सकती हैं और जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।
आगे की रणनीति
आगामी बैठक में शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बीच विस्तार से चर्चा होगी। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि शिंदे उप मुख्यमंत्री पद की बजाय महायुति के संयोजक का पद चाहते हैं।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- महायुति में मुख्यमंत्री पद पर सहमति नहीं बनी है।
- शिंदे स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हुए।
- गठबंधन में जल्द ही अंतिम निर्णय की उम्मीद है।
- शिंदे ने विकास के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
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