आख़िर तक – एक नज़र में
- पीएम मोदी ने राज्यसभा में कांग्रेस पर इमरजेंसी को लेकर हमला बोला।
- उन्होंने देव आनंद की फिल्मों पर लगे बैन का उदाहरण दिया।
- मोदी ने बताया कि इमरजेंसी के दौरान कई कलाकारों को प्रताड़ित किया गया।
- उन्होंने कांग्रेस पर संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया।
- मोदी ने कांग्रेस को ‘परिवार पहले’ की पार्टी बताया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
राज्यसभा में बोलते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर इमरजेंसी के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने अभिनेता देव आनंद की फिल्मों पर दूरदर्शन में लगाए गए बैन का जिक्र करते हुए कांग्रेस की आलोचना की। मोदी ने कहा कि जब देव आनंद ने इमरजेंसी का समर्थन करने से इनकार कर दिया, तो उनकी सभी फिल्मों को बैन कर दिया गया। यह इमरजेंसी का एक स्पष्ट उदाहरण था।
उन्होंने कांग्रेस पर संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी ने हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर का विरोध किया। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहेब को भारत रत्न के योग्य नहीं माना। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने दो बार अंबेडकर को चुनाव में हराया।
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों के दौरान “लाइसेंस/परमिट राज” ने विकास को रोक दिया और भारत को नई तकनीकों के लिए सालों तक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि लोगों को परमिट के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी और कंप्यूटर आयात करने में सालों लग जाते थे। आज, देश कांग्रेस के चंगुल से मुक्त होने के बाद राहत की सांस ले रहा है।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के भाई, हृदयनाथ मंगेशकर को ऑल इंडिया रेडियो (AIR) से निकालने का भी उल्लेख किया, क्योंकि उन्होंने हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर पर एक कविता सुनाई थी। उन्होंने यह भी कहा कि नेहरू के कार्यकाल के दौरान, मुंबई में एक श्रमिक हड़ताल हुई थी। उस हड़ताल के दौरान, प्रसिद्ध कवि मजरूह सुल्तानपुरी ने एक कविता सुनाई। उसके बाद, उन्हें जेल में डाल दिया गया। मशहूर अभिनेता बलराज साहनी को भी केवल इसलिए जेल हुई क्योंकि उन्होंने एक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था।
कांग्रेस पर हमला करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा का विकास मॉडल ‘राष्ट्र पहले’ है, जबकि कांग्रेस के लिए यह ‘परिवार पहले’ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना भारी गलती होगी। यह उनकी सोच से परे है, और यह उनके रोडमैप के लिए भी उपयुक्त नहीं है क्योंकि पूरी पार्टी केवल एक परिवार के लिए समर्पित है।
इमरजेंसी के दौरान हुई घटनाओं का जिक्र करके मोदी ने कांग्रेस को घेरने की कोशिश की। देव आनंद की फिल्मों पर बैन, मजरूह सुल्तानपुरी की गिरफ्तारी और हृदयनाथ मंगेशकर का AIR से निष्कासन, ये सभी उदाहरण कांग्रेस के शासनकाल में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हनन को दर्शाते हैं।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- पीएम मोदी ने इमरजेंसी के दौरान देव आनंद की फिल्मों पर लगे बैन का जिक्र किया।
- उन्होंने कांग्रेस पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का आरोप लगाया।
- मोदी ने कांग्रेस को ‘परिवार पहले’ की पार्टी बताया।
- उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति कांग्रेस के रवैये पर भी सवाल उठाए।
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