महाराष्ट्र में अनोखा मामला, अजन्मे बच्चे के पेट में फेटस!

आख़िर तक
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महाराष्ट्र में अनोखा मामला, अजन्मे बच्चे के पेट में फेटस!

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. महाराष्ट्र के बुलढाणा में एक महिला के अजन्मे बच्चे के पेट में फेटस पाया गया।
  2. यह अत्यंत दुर्लभ ‘फेटस-इन-फेटु’ स्थिति है, जो दुनिया भर में केवल 200 मामलों में ही पाई गई है।
  3. यह घटना हाल ही में सरकारी अस्पताल में सोनोग्राफी के दौरान सामने आई।
  4. इस स्थिति के कारण पहले किसी को इसका पता नहीं चला था, लेकिन डॉ. प्रसाद अग्रवाल ने इस रहस्यमय स्थिति का पता लगाया।
  5. डॉ. भागवत भूषारी के मुताबिक़ मां का सामान्य डिलीवरी का अनुमान है, लेकिन बच्चे को जन्म के बाद मेडिकल सहायता की आवश्यकता हो सकती है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

‘फेटस-इन-फेटु’ – क्या है यह दुर्लभ स्थिति?

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में एक मेडिकल रिपोर्ट ने पूरे राज्य को चौंका दिया। एक 32 वर्षीय गर्भवती महिला के पेट में उसके अजन्मे बच्चे के पेट में एक छोटे बच्चे का विकसित अवशेष मिला। इस घटना को मेडिकल वर्ड में ‘फेटस-इन-फेटु’ कहा जाता है, जो दुनिया भर में केवल 200 बार पाया गया है। भारत में ऐसे मामले बहुत कम होते हैं, जहां इसे 15 से 20 बार दर्ज किया गया है।

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पहला पता कैसे चला?

यह स्थिति सोनोग्राफी के दौरान सामने आई, जो महिला के 9 महीने की गर्भावस्था में की गई थी। डॉ. प्रसाद अग्रवाल, जिन्होंने इस स्थिति की जांच की, उन्होंने सबसे पहले अपने निरीक्षण से खुद को चौंका लिया। उन्होंने कहा, “शुरुआत में हमें यकीन नहीं हुआ, लेकिन फिर ध्यान से जांचने पर यह ‘फेटस-इन-फेटु’ का मामला निकला।”

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इसकी गंभीरता और परिणाम

इस स्थितिका इलाज बेहद ही नाजुक होता है। चूंकि यह एक पूर्ववर्ती जुड़वा भ्रूण की असामान्य स्थिति होती है, इसमें एक भ्रूण स्वयं विकसित नहीं होता और दूसरे भ्रूण के भीतर समाहित हो जाता है। दुर्भाग्यवश, समाहित भ्रूण की जीवित रहने की क्षमता नहीं होती है और वह निष्क्रिय होता है।

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डॉ. भागवत भूषारी, बुलढाणा अस्पताल के सिविल सर्जन, ने बताया, “अभी स्थिति सामान्य है और महिला को सामान्य डिलीवरी की उम्मीद है।” हालांकि, नवजात को जन्म के बाद तुरंत मेडिकल सहायता की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा, महिलाएं और डॉक्टर इस स्थिति के बारे में पहले से चिंतित नहीं थे, क्योंकि यह इतने दुर्लभ मामले हैं, जिनमें पाई जाती है।

क्या कारण हो सकता है?

‘फेटस-इन-फेटु’ का कारण अभी तक पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन इसे जुड़वां भ्रूण के असामान्य विकास से जोड़कर देखा जाता है। यह विकासात्मक विसंगति है, जिसमें दूसरे भ्रूण का शरीर समाहित हो जाता है और वह जिंदा नहीं रह सकता।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में एक अजन्मे बच्चे के पेट में दूसरे भ्रूण का रहस्यमयी पाया जाना एक नितांत दुर्लभ घटना है।
  • यह स्थिति ‘फेटस-इन-फेटु’ कहलाती है, जिसे केवल 200 मामलों में देखा गया है।
  • गर्भवती महिला को सामान्य डिलीवरी की उम्मीद है, लेकिन बच्चे को तात्कालिक चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता हो सकती है।
  • हालांकि यह स्थिति दुर्लभ है, विशेषज्ञ इसे जुड़वां भ्रूण के विकास के दौरान हुई असामान्य घटना मानते हैं।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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