आख़िर तक – एक नज़र में
- हमास ने संघर्षविराम के लिए पहले 33 बंधकों की सूची साझा की।
- इजराइल ने सूची मिलने तक गाजा में हमले जारी रखे।
- गाजा में संघर्षविराम रविवार को तीन घंटे की देरी से लागू हुआ।
- समझौते की पहली अवस्था छह हफ्तों की अस्थाई शांति लेकर आएगी।
- अमेरिका के मध्यस्थता प्रयासों से यह संघर्षविराम संभव हुआ।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
संघर्षविराम के पीछे की जटिलताएं
रविवार को गाजा में लंबे समय से प्रतीक्षित संघर्षविराम शुरू हुआ। तीन घंटे की देरी के पीछे मुख्य कारण इजराइल की मांग थी कि हमास तीन महिला बंधकों के नाम तुरंत साझा करे। इसके बिना, इजराइल ने सैन्य हमले जारी रखे, जिनमें 13 फिलिस्तीनियों की मौत हुई और 30 घायल हो गए।
बड़ी हस्तियां और अमेरिका की भूमिका
संघर्षविराम समझौते में अमेरिका की भूमिका निर्णायक रही। राष्ट्रपति बाइडन और मध्य पूर्व के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने बातचीत को अंजाम तक पहुंचाया। इजराइल और हमास के बीच पहली अवस्था के तहत दोनों पक्ष अपने बंधकों को छोड़ने पर सहमत हुए हैं।
समझौते की तीन अवस्थाएं
- पहली अवस्था – 33 बंधकों की रिहाई और इजराइल का आंशिक सैन्य वापसी।
- दूसरी अवस्था – शेष बंधकों और घायल फिलिस्तीनियों की स्थिति का समाधान।
- तीसरी अवस्था – गाजा के पुनर्निर्माण का अंतरराष्ट्रीय योजना पर काम शुरू होगा।
संघर्ष की पृष्ठभूमि
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हमला कर 12,000 से अधिक लोगों को मार डाला। इसने 250 बंधकों को कब्जे में लिया। जवाबी कार्रवाई में, इजराइल ने गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- 33 बंधकों की रिहाई से गाजा संघर्षविराम शुरू।
- संघर्षविराम छह हफ्तों तक प्रभावी रहेगा।
- अमेरिका ने वार्ता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- समझौता संघर्ष समाप्ति की दिशा में पहला कदम है।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.