गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न: एयर होस्टेस का आरोप

आख़िर तक
6 Min Read
गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न: एयर होस्टेस का आरोप

आख़िर तक – एक नज़र में:

  • गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में चौंकाने वाला यौन उत्पीड़न मामला सामने आया है।
  • एक 46 वर्षीय एयर होस्टेस ने वेंटिलेटर पर रहते हुए यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
  • पीड़िता का कहना है कि बेहोशी की हालत में अस्पताल कर्मचारी ने उसके साथ गलत हरकत की।
  • गुरुग्राम पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत FIR दर्ज कर ली है।
  • इस गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न मामले में गहन जांच जारी है, CCTV फुटेज खंगाली जा रही है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार:

- विज्ञापन -

गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न: वेंटिलेटर पर एयर होस्टेस से दरिंदगी का आरोप

गुरुग्राम से एक बेहद गंभीर और विचलित करने वाली घटना सामने आई है। यहाँ एक निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर जीवन रक्षक प्रणाली पर रखी गई एक एयर होस्टेस ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। यह गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न का मामला अत्यंत संवेदनशील है। पीड़िता, एक 46 वर्षीय महिला, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उसने बताया कि जब वह बेहोश थी, तब अस्पताल के कर्मचारी ने उसके साथ यह घिनौनी हरकत की।

- विज्ञापन -

घटना का पूरा विवरण

पीड़ित एयर होस्टेस एयरलाइन ट्रेनिंग के लिए गुरुग्राम आई थी। वह शहर के एक होटल में ठहरी हुई थी। दुर्भाग्यवश, वह होटल के स्विमिंग पूल में लगभग डूब गई थी। इसके बाद उसे गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। इसलिए, 6 अप्रैल को उसके पति ने उसे बेहतर इलाज के लिए सदर इलाके के एक अन्य निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया। इसी दूसरे अस्पताल में कथित तौर पर यह यौन उत्पीड़न की घटना हुई।

- विज्ञापन -

महिला ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह वेंटिलेटर पर थी। वह पूरी तरह बेहोश थी और हिलने-डुलने में असमर्थ थी। इसी दौरान उसे महसूस हुआ कि कोई अस्पताल कर्मचारी उसके शरीर को गलत तरीके से छू रहा है। अपनी नाजुक हालत के कारण वह न तो चिल्ला सकती थी और न ही विरोध कर सकती थी। यह अनुभव उसके लिए भयानक था।

शिकायत और पुलिस कार्रवाई

पीड़िता को 13 अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी मिली। घर लौटने पर उसने हिम्मत जुटाकर अपने पति को आपबीती सुनाई। इसके बाद दंपति ने तुरंत हेल्पलाइन नंबर 112 पर संपर्क किया। उन्होंने अपने कानूनी सलाहकार की मदद से सदर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।

गुरुग्राम पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया है। गुरुग्राम पुलिस के PRO ने पुष्टि की है कि FIR दर्ज हो चुकी है। अब एक व्यापक जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा, “हम इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं।” उन्होंने आगे बताया कि पीड़िता के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। अस्पताल के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। अस्पताल परिसर के CCTV फुटेज की गहन समीक्षा की जा रही है। इस गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न जांच का लक्ष्य सच्चाई सामने लाना है।

अस्पताल का पक्ष

इस बीच, मेडान्ता अस्पताल (जिसका नाम रिपोर्ट में सीधे तौर पर नहीं लिया गया है, लेकिन संदर्भ से प्रतीत होता है) ने एक बयान जारी किया है। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि वे जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। बयान में कहा गया, “इस स्तर पर, कोई भी आरोप सिद्ध नहीं हुआ है।” अस्पताल ने यह भी बताया कि घटना के समय की सभी प्रासंगिक दस्तावेज़ और CCTV फुटेज पुलिस को सौंप दी गई हैं। अस्पताल प्रबंधन जांच के नतीजे का इंतजार कर रहा है। यह मामला अस्पतालों में मरीज़ सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है, खासकर तब जब मरीज़ वेंटिलेटर जैसे जीवन रक्षक उपकरणों पर हो और पूरी तरह असहाय हो। इस गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न के आरोप ने चिकित्सा समुदाय और आम जनता को झकझोर दिया है।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें:

  • गुरुग्राम के अस्पताल में वेंटिलेटर पर एयर होस्टेस द्वारा यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया गया है।
  • पीड़िता का दावा है कि बेहोशी की हालत में अस्पताल कर्मचारी ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया।
  • गुरुग्राम पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है और BNS धाराओं के तहत जांच कर रही है।
  • अस्पताल जांच में सहयोग कर रहा है, लेकिन आरोपों को अभी असत्यापित बताया है।
  • यह गुरुग्राम अस्पताल यौन उत्पीड़न मामला मरीज़ सुरक्षा और अस्पताल की जवाबदेही पर केंद्रित है।

Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
कोई टिप्पणी नहीं

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य स्मार्टफोन की जासूसी से बचें