हरियाणा में छात्र की हत्या: गौरक्षक गिरोह पर आरोप

5 Min Read
#image_title

फरीदाबाद, हरियाणा में एक 19 वर्षीय कक्षा 12 के छात्र आर्यन मिश्रा को गाय तस्कर समझकर गौरक्षकों के एक समूह द्वारा बेरहमी से मार दिया गया। आरोपियों, जिन्हें अनिल कौशिक, वरुण, कृष्णा, आदेश और सौरव के रूप में पहचाना गया है, ने पीड़ित के वाहन का 25 किलोमीटर तक पीछा किया और गोली मार दी। यह घटना हरियाणा में गाय रक्षा के नाम पर बढ़ती हुई निगरानी का एक और उदाहरण है।

घटना का विवरण

23 अगस्त की रात, आर्यन मिश्रा अपने दोस्तों हर्षित और शैंकी के साथ एक डस्टर SUV में खाना खाने निकले। उनके साथ दो महिलाएं भी पीछे की सीट पर बैठी थीं। जब वे फरीदाबाद से गुजर रहे थे, तो गौरक्षकों ने, जो कथित तौर पर गाय तस्करों की तलाश में थे, उनकी गाड़ी देखी। आरोपियों ने पहले से ही संदेह किया था कि डस्टर और फॉर्च्यूनर SUV का उपयोग गाय तस्करी के लिए किया जा रहा था और उन्होंने आर्यन की गाड़ी को रुकने का इशारा किया।

हालांकि, हर्षित, जो गाड़ी चला रहे थे, ने गलतफहमी के कारण सोचा कि उन्हें उनके किसी पुराने विवाद के कारण पीछा किया जा रहा है। इस डर से वे वहां से भागने लगे, जिसके कारण 25 किलोमीटर की तेज रफ्तार से पीछा करने की घटना हुई। पीछा करते हुए आरोपियों ने डस्टर पर गोली चला दी, जिससे आर्यन, जो आगे की सीट पर बैठा था, को गोली लग गई।

पहली गोली खिड़की से लगने के बाद हर्षित ने गाड़ी रोक दी। हमलावरों ने कार के पास जाकर आर्यन के सीने में एक और गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिन्होंने शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और कहा कि उन्होंने हत्या के हथियार को नहर में फेंक दिया था। हालांकि, बाद में हथियार को अनिल के घर से बरामद कर लिया गया।

पृष्ठभूमि और प्रभाव

यह घटना हरियाणा में गाय सुरक्षा के नाम पर बढ़ती निगरानी की घटनाओं पर सवाल उठाती है। आर्यन की हत्या से कुछ दिन पहले ही हरियाणा के चरखी दादरी जिले में गौरक्षकों द्वारा बीफ खाने के संदेह में एक प्रवासी मजदूर को पीट-पीट कर मार डाला गया था। उस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

फरीदाबाद पुलिस मामले की जांच कर रही है और गिरफ्तार व्यक्तियों पर हत्या का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे ताकि आगे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

निष्कर्ष

यह दुखद घटना बिना रोक-टोक निगरानी के खतरों को उजागर करती है। गाय तस्कर समझे जाने पर एक युवा छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या भीड़ न्याय के खतरों की याद दिलाती है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, ध्यान इस बात पर है कि न्याय सुनिश्चित हो और ऐसी नृशंस हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए उपाय किए जाएं।

“आख़िर तक by SCNN” का संदेश:

हमारी समाचार कवरेज पढ़ने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद। हम नवीनतम घटनाओं पर सटीक, समयबद्ध और गहन अपडेट देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आपका समर्थन हमें उच्च गुणवत्ता वाली पत्रकारिता को जारी रखने की शक्ति देता है। यदि आपको यह लेख सूचनात्मक लगा, तो कृपया इसे दूसरों के साथ साझा करना न भूलें। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए अत्यंत मूल्यवान है—किसी भी सुझाव के लिए आप हमें टिप्पणी में बता सकते हैं या सीधे संपर्क कर सकते हैं। आपके लिए महत्वपूर्ण कहानियों पर और अधिक गहन रिपोर्ट और ताजे अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहें। विशेष सामग्री और त्वरित समाचार प्राप्त करने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें और हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें। आइए, मिलकर सूचित और सक्रिय रहें। हिंदी समाचारों के लिए www.aakhirtak.com और अंग्रेजी समाचारों के लिए scnn.aakhirtak.com पर अवश्य जाएं। नवीनतम तकनीकी अपडेट्स के लिए www.saraswatichandra.in पर ज़रूर विजिट करें। सूचित रहें, जुड़े रहें। धन्यवाद।

SCNN चैनल के साथ अपडेट रहें

अधिक अपडेट के लिए हमारे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमें फॉलो करें:

जुड़े रहें और कोई भी अपडेट न चूकें!


Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Recipe Rating




Exit mobile version