हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह: अकेले और असुरक्षित?
हिज़बुल्लाह के शीर्ष नेताओं की मौत और इजराइल के लगातार हमलों के बाद, संगठन के प्रमुख हसन नसरल्लाह अब अकेले खड़े हैं। इजराइल द्वारा चलाए जा रहे नवीनतम आक्रामक अभियानों में हिज़बुल्लाह को गहरे झटके लगे हैं। हिज़बुल्लाह के कई शीर्ष कमांडर, जैसे इब्राहिम अकिल, अली करकी, और फुआद शुकर, हाल ही में इजराइल द्वारा मारे गए हैं।
इजराइल का जवाबी हमला
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ तौर पर कहा है कि “हम हिज़बुल्लाह को निशाना बनाते रहेंगे।” इजराइल ने बीते दिनों हिज़बुल्लाह पर बड़े हमले किए, जिससे संगठन को भारी नुकसान हुआ है। इजराइल की सेना ने लेबनान में हजारों पेजर और रेडियो उपकरणों को नष्ट किया है, जो हिज़बुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे थे।
अली करकी और इब्राहिम अकिल की मौत
इजराइल ने अली करकी को भी निशाना बनाया, जो हिज़बुल्लाह की दक्षिणी मोर्चे पर सुरक्षा का नेतृत्व कर रहे थे। करकी हिज़बुल्लाह की जिहाद काउंसिल के सदस्य भी थे। इब्राहिम अकिल, जो हिज़बुल्लाह के रेडवान फोर्स के वरिष्ठ सदस्य थे, को भी इजराइल ने मार गिराया।
हसन नसरल्लाह की चुनौतियाँ
हिज़बुल्लाह के प्रमुख नसरल्लाह के लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है। अपने शीर्ष नेताओं की मौत और संगठन पर लगातार हो रहे हमलों के कारण, हिज़बुल्लाह की भविष्य की स्थिति अस्थिर लग रही है। इजराइल की सैन्य कार्रवाई का मकसद हिज़बुल्लाह को कमजोर करना है, और ऐसा प्रतीत होता है कि नसरल्लाह के पास अब सीमित विकल्प बचे हैं।
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