आख़िर तक – एक नज़र में
- डॉ. सौम्या स्वामीनाथन, पूर्व WHO प्रमुख वैज्ञानिक ने HMPV वायरस को लेकर चिंता न करने की सलाह दी।
- उनका कहना था कि यह वायरस सामान्य श्वसन संक्रमणों जैसा है और यह अधिकतर मामूली लक्षण पैदा करता है।
- उन्होंने आईसीएमआर के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि HMPV भारत में 3% मामलों का कारण है।
- डॉ. स्वामीनाथन ने सभी से मास्क पहनने, हाथ धोने, और डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह दी।
- आईसीएमआर के अनुसार, भारत में HMPV से संबंधित मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
एचएमपीवी पर डॉ. स्वामीनाथन की अहम टिप्पणी
पूर्व WHO प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने एचएमपीवी (Human Metapneumovirus) वायरस को लेकर बयान दिया और कहा कि यह घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने इसे एक सामान्य वायरस बताया, जो श्वसन संक्रमण उत्पन्न करता है, और इसके लक्षण आम सर्दी-जुकाम की तरह होते हैं। डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि सभी को सामान्य सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए जैसे कि मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचना।
आईसीएमआर का डेटा
डॉ. स्वामीनाथन ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के आंकड़े पेश किए, जिसमें कहा गया है कि HMPV भारत में अन्य वायरस के साथ मिला-जुला सर्कुलेट करता है, जैसे कि इन्फ्लुएंज़ा A & B, SARS-CoV-2, और RSV (Respiratory Syncytial Virus)। इस दौरान, HMPV ने केवल 3% मामलों में श्वसन वायरस के रूप में स्थिति ली है। उन्होंने इस तथ्य को भी रेखांकित किया कि वर्तमान समय में भारत में HMPV के कारण कोई अनहोनी वृद्धि नहीं देखी गई है।
HMPV और वायरस की भूमिका
HMPV एक RNA वायरस है जिसे पहली बार 2001 में नीदरलैंड में पहचान किया गया था। हालांकि, कई अध्ययन इस बात को मानते हैं कि यह वायरस पहले से ही 1970 के दशक से मानव आबादी में सर्कुलेट कर रहा है। यह वायरस खासतौर पर बच्चों और 65 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों को अधिक प्रभावित करता है क्योंकि उनकी इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकती है। HMPV के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, नाक बहना और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं शामिल हैं।
भारत में स्थिति
भारत में आईसीएमआर और इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) के डेटा के अनुसार, HMPV के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं पाई गई है। इस समय, अस्पतालों में किसी भी प्रकार की वृद्धि को लेकर कोई सख्त चिंता नहीं जताई गई है।
सामान्य सावधानियाँ
डॉक्टरों ने आम जनता से अपील की है कि वे घबराने के बजाय सामान्य श्वसन संक्रमण से संबंधित सुरक्षा उपायों का पालन करें, जैसे कि मास्क का उपयोग, हाथों की स्वच्छता और सामाजिक दूरी का पालन।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने HMPV वायरस को लेकर चिंता की आवश्यकता नहीं बताया।
- आईसीएमआर के अनुसार, HMPV का भारतीय आंकड़ों में कोई असामान्य प्रभाव नहीं पड़ा है।
- अधिकांश HMPV मामलों में लक्षण हल्के होते हैं, और अधिकतर इसे सामान्य श्वसन संक्रमण की तरह समझा जा सकता है।
- सावधानी के तौर पर, भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचना और डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.