आख़िर तक – एक नज़र में
- बेंगलुरु और अहमदाबाद में HMPV वायरस के तीन मामले सामने आए हैं।
- वायरस से संक्रमित दो बच्चे बेंगलुरु और एक बच्चा अहमदाबाद में है।
- संक्रमित बच्चों का विदेश यात्रा से कोई संबंध नहीं है।
- बेंगलुरु के मामलों में एक बच्चा ठीक हो चुका है जबकि दूसरे की हालत स्थिर है।
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता व्यक्त करते हुए हंपीवी पर निगरानी रखने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
HMPV क्या है?
HMPV (Human Metapneumovirus) एक श्वसन वायरस है, जो सामान्य सर्दी-जुकाम के लक्षणों के साथ संक्रमण फैलाता है, लेकिन यह बुजुर्गों, बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों के लिए खतरनाक हो सकता है। भारत में इस वायरस को लेकर हाल में चिंता बढ़ी है, विशेष रूप से बेंगलुरु और अहमदाबाद में इसके तीन मामलों का सामना हुआ है।
बेंगलुरु में HMPV के मामले
बेंगलुरु में दो बच्चों में HMPV वायरस की पुष्टि हुई है। पहला बच्चा तीन महीने का है, जिसे पहले से ब्रोंक्याय Pneumonia था। दूसरा बच्चा आठ महीने का है, जो रविवार को वायरस से संक्रमित पाया गया था। दोनों बच्चों ने विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं बताया है, जिससे यह साफ हो गया है कि वायरस घरेलू प्रसार के कारण फैल सकता है।
अहमदाबाद में एक और मामला
अहमदाबाद में भी एक दो महीने के बच्चे को HMPV वायरस के लक्षण पाए गए हैं। बच्चे का इलाज एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। बच्चे का परिवार राजस्थान के डुंगरपुर से अहमदाबाद इलाज के लिए पहुंचा था।
सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रतिक्रिया
कर्नाटका के स्वास्थ्य मंत्री, दिनेश गुंडू राव ने कहा कि आठ महीने का बच्चा अब ठीक हो रहा है और जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। राज्य सरकार ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है। मंत्रालय ने कहा कि यह वायरस एक पुराना वायरस है जो 2001 में नीदरलैंड्स में पहली बार पाया गया था।
भारत सरकार ने पुष्टि की कि HMPV का प्रकोप वर्तमान में चीन में हो सकता है, लेकिन भारत में अभी तक कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।
HMPV के लक्षण
HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी-खांसी जैसे होते हैं, जैसे कि कफ, गला खराब होना, और नाक बहना। हालांकि, बच्चों और बुजुर्गों में यह वायरस गंभीर रूप से श्वसन समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। यदि समय पर इलाज नहीं किया गया, तो संक्रमण जीवन के लिए खतरे का कारण बन सकता है।
अगले कदम
ICMR और स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों ने वायरस की निगरानी के लिए सभी आवश्यक उपाय किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी संभावित प्रकोप से निपटने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे घबराने की बजाय सतर्कता रखें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए चिकित्सक से संपर्क करें।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- HMPV वायरस बेंगलुरु और अहमदाबाद में फैल चुका है।
- संक्रमित बच्चों का विदेश यात्रा से कोई संबंध नहीं है।
- सरकार ने इस वायरस को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
- HMPV अधिकतर बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है।
- समय पर इलाज से इस वायरस से बचाव संभव है।
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