आख़िर तक – एक नज़र में
- CIBIL स्कोर आपकी क्रेडिट योग्यता का मापदंड है।
- स्कोर कम होने पर लोन और क्रेडिट सुविधाओं में मुश्किल होती है।
- समय पर बिल और EMI भुगतान से स्कोर सुधरता है।
- एक साथ कई लोन आवेदन से बचें, इससे स्कोर गिरता है।
- क्रेडिट लिमिट बढ़ाना और विविध क्रेडिट का सही प्रबंधन फायदेमंद है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
CIBIL स्कोर क्या है?
CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) भारत का एक क्रेडिट ब्यूरो है, जो व्यक्तियों और व्यवसायों के क्रेडिट रिकॉर्ड का प्रबंधन करता है। CIBIL स्कोर एक तीन-अंकीय संख्या होती है, जो 300 से 900 के बीच होती है। यह स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और भुगतान व्यवहार को दर्शाता है। 900 के करीब स्कोर का मतलब बेहतर क्रेडिट रेटिंग और लोन प्राप्त करने में आसानी है।
CIBIL स्कोर क्यों महत्वपूर्ण है?
बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान लोन देने से पहले CIBIL स्कोर का मूल्यांकन करते हैं। एक अच्छा स्कोर होने पर उच्च क्रेडिट लिमिट, तेज लोन मंजूरी, और बेहतर शर्तें मिलती हैं।
CIBIL स्कोर सुधारने के 5 टिप्स
- समय पर भुगतान करें
देर से भुगतान करने पर CIBIL स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। समय पर क्रेडिट कार्ड बिल, EMI और यूटिलिटी बिल चुकाएं। ऑटो-पे सेट करें या रिमाइंडर लगाएं। - एक साथ कई लोन न लें
एक समय में कई लोन आवेदन करने से वित्तीय दबाव दिखता है और स्कोर गिरता है। - क्रेडिट का विविध उपयोग करें
क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन और होम लोन जैसे विभिन्न क्रेडिट का सही उपयोग और समय पर भुगतान करें। लेकिन अधिक लोन न लें। - गारंटर बनने में सावधानी बरतें
किसी के लोन का गारंटर बनने से आपकी क्रेडिट रेटिंग प्रभावित हो सकती है, यदि उधारकर्ता भुगतान न करे। - क्रेडिट लिमिट बढ़ाएं
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाएं लेकिन खर्च नियंत्रित रखें। इससे क्रेडिट उपयोग अनुपात कम होता है और स्कोर सुधरता है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- समय पर भुगतान और क्रेडिट का विवेकपूर्ण उपयोग करें।
- एक साथ कई लोन आवेदन से बचें।
- क्रेडिट स्कोर सुधारने से वित्तीय अवसर बढ़ते हैं।
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