आखिर तक – संक्षेप में
- भारत और चीन ने एलएसी पर एक सफल पेट्रोलिंग अभियान पूरा किया।
- दोनों देशों ने देमचोक और देपसांग क्षेत्रों में समझौते के तहत पेट्रोलिंग की।
- अब प्रत्येक सप्ताह एक समन्वित पेट्रोलिंग करने पर सहमति बनी है।
- पहले पेट्रोलिंग अभियान में भारतीय और चीनी सैनिकों ने क्रम से भाग लिया।
- क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों देशों के स्थानीय कमांडर नियमित वार्ता करेंगे।
आखिर तक – विस्तार से
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख की एलएसी पर तनाव घटाने के लिए एक नई रणनीति अपनाई जा रही है। अक्टूबर में सफल बातचीत के बाद देमचोक और देपसांग में पेट्रोलिंग शुरू हुई है। दोनों देशों के सैनिकों ने एक सप्ताह के भीतर पहला संयुक्त पेट्रोलिंग अभियान पूरा किया। प्रत्येक सप्ताह अब क्षेत्र में एक बार संयुक्त पेट्रोलिंग होगी।
पेट्रोलिंग के नियम
स्थानीय स्तर पर तय किए गए नियमों के अनुसार दोनों पक्षों के कमांडर बातचीत करके पेट्रोलिंग का तरीका तय करते हैं। इस दौरान भारतीय और चीनी सैनिकों ने तय किया कि प्रत्येक पक्ष का एक गश्ती दल क्रम से पेट्रोलिंग करेगा। स्थानीय स्तर पर यह संवाद और सामंजस्य बनाए रखने के लिए होता है ताकि किसी भी असहमति को समय पर सुलझाया जा सके।
समझौते की प्रगति
भारत और चीन ने तय किया है कि इन क्षेत्रों में अस्थायी ढांचे को हटाकर शांति व्यवस्था बनाए रखी जाएगी। पेट्रोलिंग के दौरान यह सुनिश्चित किया गया है कि प्रत्येक पक्ष नियमों का पालन करेगा। बातचीत के जरिए हर पहलू पर सहमति बनी है ताकि भविष्य में किसी भी स्थिति में स्थिरता बनी रहे।
दिवाली पर सौहार्दपूर्ण पहल
31 अक्टूबर को दिवाली के अवसर पर दोनों देशों के सैनिकों ने मिठाई का आदान-प्रदान किया। यह इशारा दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतीक है, जोकि सीमा पर शांति के लिए महत्वपूर्ण है।
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