आख़िर तक – इन शॉर्ट्स:
- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और यूक्रेन संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के लिए भारत के सभी सहयोग की पेशकश की।
- प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान कहा कि भारत मानवता और शांति को प्राथमिकता देता है और बातचीत व कूटनीति के जरिए समाधान की वकालत करता है।
- बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित अन्य ब्रिक्स नेताओं से भी मुलाकात की संभावनाएँ हैं।
आख़िर तक – इन डेप्थ:
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कज़ान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के सभी संभावित सहयोग की पेशकश की। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से शांति और स्थिरता की दिशा में काम करता रहा है, और मानवता को प्राथमिकता देते हुए सभी प्रयास किए जाएंगे।
#WATCH | Russia: Prime Minister Narendra Modi meets and holds a bilateral meeting with Russian President Vladimir Putin, in Kazan on the sidelines of the 16th BRICS Summit.
— ANI (@ANI) October 22, 2024
(Source: Host Broadcaster) pic.twitter.com/FARmZH7T0U
मोदी ने पुतिन से कहा, “मैं आपसे रूस-यूक्रेन संघर्ष पर लगातार संपर्क में रहा हूँ। जैसा मैंने पहले कहा है, समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। भारत शांति और स्थिरता के जल्दी से जल्दी स्थापना के पक्ष में है और सभी संभावित सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार है।”
इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने की भी संभावना है। इसके अलावा, अन्य ब्रिक्स सदस्य देशों के नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत की भी उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को कज़ान हवाई अड्डे पर तातारस्तान के प्रमुख रुस्तम मिनिखानोव ने स्वागत किया। भारत के रूस में राजदूत विनय कुमार ने हाल ही में एक साक्षात्कार में बताया कि भारत हमेशा शांति और कूटनीति के माध्यम से समस्याओं के समाधान की वकालत करता है।
पिछले महीने, पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को “मित्र” कहकर संबोधित किया और रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान के लिए भारत के समर्थन की सराहना की थी। इस बार के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को विशेष रूप से आमंत्रित किया था।
मोदी की यह इस साल रूस की दूसरी यात्रा है। इससे पहले जुलाई में उन्होंने मॉस्को में 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया था, जहां उन्हें रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द अपोस्टल से सम्मानित किया गया था।
इसके साथ ही शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त फिर से शुरू करने पर सहमति हुई, जो दोनों पड़ोसी देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति है।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन “न्यायपूर्ण वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को सुदृढ़ करना” थीम पर आधारित है, और यह नेताओं को प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा का महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
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