ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खमेनेई को हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। अल अरेबिया न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम हिज़बुल्लाह कमांडर की मौत के बाद उठाया गया।
हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या इज़राइली एयरस्ट्राइक में बेरुत के दक्षिणी उपनगरों में हिज़बुल्लाह मुख्यालय पर की गई थी। इज़राइल की सेना ने शनिवार को पुष्टि की कि उन्होंने नसरल्लाह को मार गिराया है।
इज़राइली एयरस्ट्राइक में बेरुत के कई हिस्सों को निशाना बनाया गया, खासकर दहिये क्षेत्र, जहां हिज़बुल्लाह की मजबूत पकड़ है। चार इमारतें नष्ट हो गईं और कई घरों में बड़ी दरारें पड़ गईं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कम से कम 9 लोग मारे गए और 90 से अधिक घायल हो गए हैं।
इज़राइली सेना ने दावा किया कि हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ कमांडरों को भी इन हमलों में मारा गया है, जिसमें मिसाइल इकाई के प्रमुख मोहम्मद अली इस्माइल और उनके डिप्टी शामिल थे।
यह हमला ऐसे समय में हुआ जब अमेरिका और फ्रांस संघर्ष विराम के लिए मध्यस्थता कर रहे थे। इज़राइल ने पिछले महीने से हिज़बुल्लाह के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया था।
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देते हुए कहा, “हिज़बुल्लाह युद्ध का रास्ता चुनता है तो इज़राइल को अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का अधिकार है।”
इज़राइल की सेना ने शनिवार को लेबनान के बेक़ा क्षेत्र पर भी एयरस्ट्राइक की। इस बीच, हिज़बुल्लाह ने इज़राइली हवाई ठिकानों पर रॉकेट हमले भी किए हैं।
हाल के हफ्तों में इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच संघर्ष ने लेबनान-इज़राइल सीमा पर हालात और बिगाड़ दिए हैं। यह संघर्ष पिछले साल से चल रहे तनाव का परिणाम है, जहां दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई हमले किए हैं।
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