Aakhir Tak – In Shorts
- इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान स्थित आतंकवादी संगठन हिज़बुल्लाह पर पेजर हमले को मंजूरी दी।
- सितंबर में किए गए इस हमले में 37 लोग मारे गए और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए।
- इस हमले में हिज़बुल्लाह के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए गए पेजरों को इजरायली बलों ने एक साथ उड़ा दिया।
- नेतन्याहू ने यह भी स्वीकार किया कि हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह को बेरेत में हिज़बुल्लाह के खिलाफ ऑपरेशन में मारा गया था।
- इस हमले के बाद इजरायल और अमेरिका की संयुक्त रक्षा गठबंधन ने ईरान के हमलों को विफल कर दिया।
Aakhir Tak – In Depth
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक कैबिनेट बैठक के दौरान पुष्टि की कि उन्होंने लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिज़बुल्लाह पर पेजर हमले को मंजूरी दी थी, जिसमें 37 लोग मारे गए और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए। इस हमले में पेजर और वॉकी-टॉकी का उपयोग किया गया था, जो हिज़बुल्लाह के सदस्य इजरायली निगरानी से बचने के लिए इस्तेमाल करते थे। हमले के दौरान ये पेजर और वॉकी-टॉकी लेबनान के विभिन्न हिस्सों में एक साथ विस्फोटित हो गए।
नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि इस ऑपरेशन के बावजूद, इजरायली रक्षा विभाग के कुछ सीनियर अधिकारियों और राजनीतिक प्रमुखों ने इस योजना का विरोध किया था। नेतन्याहू के अनुसार, पेजर ऑपरेशन और हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की हत्या दोनों ही उनके सीधे आदेशों पर किए गए थे।
हिज़बुल्लाह पर किए गए हमले के दौरान, इजरायली बलों ने 17 और 18 सितंबर के बीच पेजरों को विस्फोटित किया, जो हिज़बुल्लाह के सदस्यों द्वारा बिना जीपीएस, माइक्रोफोन और कैमरे के इस्तेमाल किए गए थे। इस ऑपरेशन में 37 लोग मारे गए, जबकि 3,000 से अधिक लोग घायल हुए।
इसी दौरान, ईरान द्वारा इजरायल पर एक मिसाइल हमला किया गया था, जिसमें इजरायली बलों और अमेरिकी नेतृत्व वाले रक्षा गठबंधन ने अधिकांश मिसाइलों को नष्ट कर दिया। इस हमले के बाद, इजरायल के अधिकारियों ने इसे एक गंभीर और खतरनाक बढ़ोतरी करार दिया।
मध्य-पूर्व में पिछले एक साल से सुरक्षा स्थिति में भारी उथल-पुथल देखने को मिली है, खासकर तब जब हमास ने इजरायल पर हमले किए थे, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए और 200 से अधिक लोग अपहरण कर लिए गए थे। यह हमला गाजा युद्ध की शुरुआत थी, जिसमें 41,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
Key Takeaways to Remember
- इजरायल ने हिज़बुल्लाह पर पेजर हमले को मंजूरी दी, जिसमें 37 लोग मारे गए और 3,000 से अधिक घायल हुए।
- हमले में पेजरों का उपयोग किया गया था, जो हिज़बुल्लाह के सदस्यों द्वारा इजरायली निगरानी से बचने के लिए उपयोग किए जाते थे।
- ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले के बाद, इजरायल और अमेरिकी गठबंधन ने अधिकांश मिसाइलों को नष्ट कर दिया।
- यह घटनाएँ मध्य-पूर्व में सुरक्षा स्थिति में और भी खतरनाक बढ़ोतरी का संकेत देती हैं।
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