आख़िर तक – एक नज़र में
- कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने राजनीति छोड़ने और अगला चुनाव न लड़ने की घोषणा की।
- उनका कार्यकाल विवादों और असफलताओं से घिरा रहा।
- उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका ध्यान सिर्फ अपनी वर्तमान जिम्मेदारियों पर है।
- चुनाव 2025 में संभावित हैं, जिसमें उनका प्रतिस्थापन चुना जाएगा।
- ट्रूडो के उत्तराधिकारी की दौड़ में पूर्व बैंक ऑफ कनाडा गवर्नर मार्क कार्नी शामिल हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
राजनीति छोड़ने की घोषणा
जस्टिन ट्रूडो, जो एक दशक पहले कनाडा के युवा और ऊर्जावान नेता के रूप में उभरे थे, अब राजनीति से विदा ले रहे हैं। बुधवार को कनाडा के ग्लोबल न्यूज़ द्वारा उनकी घोषणा प्रकाशित हुई, जिसमें उन्होंने कहा, “मैं आगामी चुनाव में हिस्सा नहीं लूंगा।”
कारण और वर्तमान स्थिति
ट्रूडो की लोकप्रियता पिछले कुछ वर्षों में घटती गई है। बढ़ती महंगाई, रोजगार में कमी और आवास समस्या जैसे मुद्दों पर उनकी सरकार असफल रही। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कनाडा के संबंध अमेरिका और भारत के साथ तनावपूर्ण रहे।
अगला कदम और उत्तराधिकारी की तैयारी
ट्रूडो ने कहा कि उन्होंने राजनीति से संन्यास के बाद की योजनाओं पर विचार नहीं किया है। फिलहाल, वे अपने वर्तमान कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। 2025 के संभावित चुनाव से पहले, लिबरल पार्टी उनके उत्तराधिकारी का चुनाव करेगी।
नई नेतृत्व की संभावना
पूर्व बैंक ऑफ कनाडा गवर्नर मार्क कार्नी ने ट्रूडो के उत्तराधिकारी की दौड़ में प्रवेश कर लिया है। दूसरी ओर, विपक्ष के नेता पियरे पोइलीवर और उनकी कंजरवेटिव पार्टी चुनावी सर्वेक्षणों में आगे चल रही हैं।
समाप्ति का प्रभाव
ट्रूडो के नेतृत्व की असफलताएं और उनकी पार्टी की घटती लोकप्रियता ने इस फैसले को प्रेरित किया। चुनाव तक वे सांसद के रूप में कार्य करते रहेंगे और उसके बाद उनका कार्यकाल समाप्त होगा।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की राजनीति छोड़ने का निर्णय लिया।
- उनका उत्तराधिकारी लिबरल पार्टी चुनेंगी और चुनाव 2025 में होगा।
- विपक्षी पार्टी पहले से ही बढ़त बनाए हुए है।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.