आख़िर तक – एक नज़र में
- कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बढ़ती अलोकप्रियता के कारण इस्तीफा दिया।
- ट्रंप ने इस्तीफे के बाद फिर से कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने की पेशकश की।
- ट्रंप का कहना है कि इससे कनाडा को सुरक्षा और व्यापार में लाभ मिलेगा।
- कनाडाई सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
- ट्रंप ने ट्रूडो को “कनाडा के गवर्नर” कहकर ताना मारा।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा: कारण और संदर्भ
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, 53, ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी पार्टी, लिबरल पार्टी, ने बढ़ती अलोकप्रियता और आगामी चुनावों के चलते उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर किया। इस्तीफे के बाद ट्रूडो ने कहा कि पार्टी का नया नेता चुने जाने तक वह पद पर बने रहेंगे।
ट्रंप की प्रतिक्रिया और बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप ने तुरंत इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का अपना पुराना प्रस्ताव फिर से दोहराया। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर कहा, “कई कनाडाई 51वां राज्य बनने से खुश होंगे। इससे व्यापार घाटा समाप्त होगा, और कनाडा को रूस और चीन के खतरों से सुरक्षा मिलेगी।”
कनाडा-अमेरिका संबंधों पर प्रभाव
ट्रंप ने अपने बयानों में कनाडा को अमेरिकी व्यापार घाटे और सीमा पर अवैध गतिविधियों के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कनाडाई आयातों पर 25% टैरिफ लगाने की धमकी भी दी। इस कदम ने कनाडा-अमेरिका संबंधों पर नए सिरे से बहस छेड़ दी है।
कनाडा की प्रतिक्रिया
कनाडा की सरकार ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। ट्रंप के बयानों ने सोशल मीडिया पर चर्चा को बढ़ावा दिया है, लेकिन कनाडा की जनता और राजनीतिक वर्ग की चुप्पी ने सवाल खड़े किए हैं।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- जस्टिन ट्रूडो ने अपनी पार्टी के दबाव में इस्तीफा दिया।
- ट्रंप ने कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने का प्रस्ताव दिया।
- ट्रंप ने व्यापार और सुरक्षा लाभों पर जोर दिया।
- कनाडा ने इस पर प्रतिक्रिया देने से परहेज किया।
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