आख़िर तक – एक नज़र में
- जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के प्रधानमंत्री और लिबरल पार्टी के नेता पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है।
- वे अपने उत्तराधिकारी के चयन तक पद पर बने रहेंगे।
- कनाडा की संसद 24 मार्च तक स्थगित रहेगी।
- भारतीय मूल की अनिता आनंद, मेलानी जोली और अन्य उम्मीदवार PM पद की दौड़ में शामिल हैं।
- ट्रूडो के इस्तीफे के पीछे आंतरिक विरोध और चुनावी पराजय की संभावना मुख्य कारण हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
जस्टिन ट्रूडो का इस्तीफा और आगामी प्रक्रिया
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे उत्तराधिकारी के चयन तक पद पर बने रहेंगे। संसद 24 मार्च तक स्थगित रहेगी, और इस दौरान लिबरल पार्टी नए नेता का चुनाव करेगी।
अनिता आनंद: भारतीय मूल की प्रमुख उम्मीदवार
भारतीय मूल की अनिता आनंद कनाडा के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सबसे चर्चित उम्मीदवार हैं। 57 वर्षीय आनंद का राजनीतिक करियर बेहद प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 2019 में ओकविल से सांसद बनने के बाद सार्वजनिक सेवाएं, रक्षा मंत्रालय और ट्रेजरी बोर्ड जैसे प्रमुख पदों पर काम किया।
अन्य प्रमुख उम्मीदवार
मेलानी जोली, फ्रांस्वा-फिलिप शैम्पेन और मार्क कार्नी जैसे नाम भी इस दौड़ में शामिल हैं। मेलानी जोली वर्तमान में विदेश मंत्री हैं और यूक्रेन संकट के दौरान कनाडा का समर्थन जताने के लिए कई बार यूक्रेन का दौरा कर चुकी हैं।
चुनावी परिदृश्य
आगामी चुनाव में लिबरल पार्टी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, पार्टी की स्थिति कमजोर होती दिख रही है। नए नेता के चयन पर पार्टी का भविष्य निर्भर करेगा।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- जस्टिन ट्रूडो ने आंतरिक दबाव के कारण इस्तीफा दिया।
- अनिता आनंद, मेलानी जोली जैसे प्रमुख नाम PM पद की दौड़ में शामिल हैं।
- लिबरल पार्टी के लिए नए नेता का चुनाव महत्वपूर्ण है।
- आगामी चुनाव में पार्टी को संभावित हार का सामना करना पड़ सकता है।
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