आख़िर तक – एक नज़र में
- दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे अब अत्यधिक करीबी मुकाबला हो गए हैं।
- सी वोटर के ताजे सर्वेक्षण में अरविंद केजरीवाल को 46% वोटरों ने मुख्यमंत्री के रूप में पसंद किया।
- यह आंकड़ा पांच साल पहले के मुकाबले लगभग 23% कम है, जो चुनावी परिणामों के लिए संकेत देता है।
- बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत की है, खासकर मध्य वर्ग के वोटों में।
- चुनाव परिणामों को लेकर मतदाताओं की सोच में बदलाव आ सकता है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो सकती है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
अरविंद केजरीवाल का लोकप्रियता में बदलाव
सी वोटर के ताजे सर्वेक्षण के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में 46% वोटरों ने पसंद किया। यह आंकड़ा 2015 और 2020 के चुनावों में उनकी लोकप्रियता से काफी कम है, जब यह आंकड़ा लगभग 70% था। यह गिरावट एक संकेत हो सकती है कि इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए आसान जीत संभव नहीं है।
चुनावी दृष्टिकोण और आंकड़े
फरवरी 2024 में सी वोटर द्वारा किए गए सर्वे में यह भी पाया गया कि 44% मतदाता वर्तमान सरकार से नाखुश हैं और बदलाव चाहते हैं। हालांकि, 49% वोटर अभी भी AAP के पक्ष में हैं। इसके बावजूद, यह स्थिति पहले से कहीं अधिक कांटेदार हो गई है। इस बीच, बीजेपी के पक्ष में मतदान प्रतिशत में वृद्धि देखी जा रही है, विशेषकर छोटे और मध्यवर्गीय वोटरों में।
AAP की चुनौतियां और अंदरूनी विवाद
आम आदमी पार्टी को भी भ्रष्टाचार के आरोपों और ‘शाही महल’ विवाद के कारण कुछ आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। यह आरोप इस तथ्य से जुड़े हैं कि AAP का मुख्य संदेश “भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई” अब कमजोर पड़ता हुआ नजर आ रहा है। इसके अलावा, दिल्ली नगर निगम (MCD) की जिम्मेदारी अब AAP के पास है, लेकिन सड़कों की खराब स्थिति और कचरे के ढेर की समस्याएं अभी भी बरकरार हैं।
भाजपा का उभरता समर्थन
दिल्ली में बीजेपी का समर्थन भी बढ़ा है, खासकर उच्च और मध्य वर्ग में। बजट के बाद, बीजेपी ने MCD चुनावों और दिल्ली के चुनावों में एक मजबूत स्थिति बनाई है। यह बदलाव AAP के लिए चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि इस वर्ग के मतदाता AAP से पहले BJP को अधिक पसंद कर रहे हैं।
नारी मतदाता और कांग्रेस का प्रभाव
महिलाओं के मतों की निर्णायक भूमिका होगी, और AAP और BJP दोनों की ओर से महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए कई योजनाएं प्रस्तुत की गई हैं। इसके अलावा, कांग्रेस का मुस्लिम वोटों में सेंधमारी भी AAP के लिए खतरे का कारण बन सकती है, हालांकि यह संभावना अभी कम है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- सी वोटर सर्वे के अनुसार, अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री माना जा रहा है, लेकिन उनकी लोकप्रियता में गिरावट आई है।
- भाजपा का समर्थन खासकर उच्च और मध्य वर्ग में बढ़ा है, जिससे AAP के लिए चुनौतियां और भी बढ़ गई हैं।
- महिला वोटों और कांग्रेस के प्रभाव के कारण चुनावी परिणाम पर असर पड़ सकता है।
- AAP की सरकार को पिछले कुछ वर्षों में भ्रष्टाचार और नगर निगम की खराब स्थिति के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा है।
- चुनावी परिणामों का अनुमान लगाना अब बेहद कठिन हो गया है।
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