आख़िर तक – एक नज़र में
- दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार पर आवंटन रद्द करने का आरोप लगाया।
- सीएम आवास (6 फ्लैग स्टाफ रोड) का आवंटन तीन महीनों में दूसरी बार रद्द हुआ।
- चुनाव की तारीखों की घोषणा से एक दिन पहले केंद्र से बेदखली का पत्र मिला।
- आतिशी ने कहा कि बीजेपी उनके परिवार को निशाना बना रही है।
- मुख्यमंत्री को दो नए आवास – राज निवास रोड और अंसारी रोड – में से चुनने का निर्देश दिया गया है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
सीएम आवास का विवाद: क्या है मामला?
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने उनके आधिकारिक आवास (6 फ्लैग स्टाफ रोड) का आवंटन दूसरी बार रद्द कर दिया। आतिशी ने दावा किया कि यह आदेश चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित करने से ठीक एक दिन पहले दिया गया।
आतिशी का आरोप और बयान
आतिशी ने केंद्र पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “बीजेपी ने जब मैं मुख्यमंत्री बनी, तब मेरे सामान को सड़क पर फेंक दिया। वे हमारे घर छीन सकते हैं, हमारे कार्य रोक सकते हैं, लेकिन दिल्ली की जनता के लिए काम करने का हमारा जुनून नहीं छीन सकते।” उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी, तो वे दिल्लीवासियों के घर में रहकर अपना काम जारी रखेंगी।
नए आवास और खर्च विवाद
मुख्यमंत्री को दो नए विकल्प दिए गए हैं – एक राज निवास रोड पर और दूसरा दरियागंज के अंसारी रोड पर। लेकिन आवास पर चल रही जांच ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है।
- 2020 में मंजूरी: ₹7.61 करोड़ का बजट तय किया गया था।
- 2022 में खर्च: लागत ₹33.66 करोड़ तक पहुंच गई, जो कि मूल बजट से 342% अधिक है।
बीजेपी के आरोप और चुनावी कनेक्शन
बीजेपी ने इसे भ्रष्टाचार और सरकारी धन के दुरुपयोग का मुद्दा बताया। यह विवाद चुनावों से ठीक पहले गरमाया, जब आतिशी ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- केंद्र ने दिल्ली सीएम के आधिकारिक आवास का आवंटन दूसरी बार रद्द किया।
- लागत में 342% की वृद्धि विवाद का मुख्य कारण है।
- आतिशी ने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए।
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