खालिस्तानी आतंकवादी पन्नून का महाकुंभ को बाधित करने की धमकी

आख़िर तक
5 Min Read
खालिस्तानी आतंकवादी पन्नून का महाकुंभ को बाधित करने की धमकी

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून ने महाकुंभ को disrupt करने की धमकी दी है।
  2. पन्नून ने वीडियो में “प्रयागराज चलो” का आह्वान किया है, और हिंदुत्व के खिलाफ संदेश दिया।
  3. महाकुंभ के प्रमुख स्नान तिथियों को लक्षित करने के बाद, यह पन्नून की दूसरी धमकी है।
  4. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने पन्नून की धमकियों की आलोचना की है, उसे पागल करार दिया।
  5. उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एक सप्ताह पूर्व हुए मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी उग्रवादियों को मार गिराया गया था।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

खालिस्तानी आतंकवादी पन्नून की नई धमकी

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून, जो कि प्रतिबंधित संगठन “सिख फॉर जस्टिस” के नेता हैं, ने 2025 के महाकुंभ, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होगा, को disrupted करने की धमकी दी है। वीडियो में उन्होंने “प्रयागराज चलो” का आह्वान किया है और हिंदुत्व का विरोध किया है, जिससे भारत में धार्मिक और जातीय तनाव का माहौल हो सकता है। इस धमकी में पन्नून ने अपने समर्थकों से लखनऊ और प्रयागराज एयरपोर्टों पर खालिस्तानी और कश्मीरी झंडे फहराने की अपील की है।

पन्नून के द्वारा उठाए गए विवादित कदम

पन्नून का यह हमला महाकुंभ के आयोजकों के लिए चिंता का कारण बन गया है। पहले की वीडियो में, उन्होंने मकर संक्रांति (14 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी), और बसंत पंचमी (3 फरवरी) जैसे प्रमुख स्नान तिथियों के दौरान महाकुंभ को disrupt करने की धमकी दी थी। यह पहली बार नहीं है जब पन्नून ने ऐसी धमकियाँ दी हैं, इससे पहले उन्होंने ऐसे मामलों में अपनी बढ़ती सक्रियता का दावा किया था, जिसमें शांति और सौहार्द को खतरे में डालने की कोशिश की जा रही थी।

- विज्ञापन -

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की प्रतिक्रिया

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने पन्नून की धमकियों की कड़ी आलोचना की है। परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने पन्नून को “पागल” करार देते हुए कहा कि यदि यह व्यक्ति महाकुंभ में घुसने की कोशिश करेगा तो उसे बाहर खदेड़ दिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह महाकुंभ हिंदू और सिखों के बीच एकता का प्रतीक है और किसी भी बाहरी ताकत को इसे तोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

महंत ने जोड़ते हुए कहा, “हमने कई पागलों को देखा है, जो इस तरह की हिम्मत करते हैं, लेकिन हम उन्हें शांति से शांत करते हैं।”

- विज्ञापन -

सिख समुदाय और हिंदू धर्म की एकता

महंत रविंद्र पुरी ने यह भी जोर दिया कि भारतीय समाज में हिंदू और सिखों की एकता महत्वपूर्ण रही है। “यह माघ मेला है, जहां हिंदू और सिख एक साथ मिलकर इसका आयोजन करते हैं। पन्नून का विभाजन की कोशिश का कोई मतलब नहीं है। सिख समुदाय ने हमारे सनातन धर्म को जीवित रखा है। वे हमेशा हमारी परंपराओं का संरक्षण करने में सहायक रहे हैं,” उन्होंने कहा।

खालिस्तानी आंदोलन की स्थिति

यह धमकी कुछ ही दिनों बाद सामने आई है जब तीन खालिस्तानी उग्रवादी उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस द्वारा पिलभीत में मुठभेड़ में मारे गए थे। इन घटनाओं ने राज्य और केंद्र सरकारों के बीच सुरक्षा प्रबंधन को गंभीर चुनौती दी है।

- विज्ञापन -

निष्कर्ष

पन्नून की धमकी का संदेश न केवल धार्मिक सहनशीलता के लिए खतरनाक हो सकता है, बल्कि पूरे महाकुंभ की शांति को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। सिख और हिंदू धर्म के बीच की एकता और धार्मिक सुरक्षा को बनाए रखने की सख्त जरूरत है, और ऐसे तत्वों को रोका जाना चाहिए जो समाज में दहशत और अशांति फैला रहे हैं।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

पन्नून की धमकी ने महाकुंभ 2025 की सुरक्षा को गंभीर चुनौती दी है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस धमकी को निरर्थक और पागलपन माना है। पूरे आयोजन की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है, और यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि धार्मिक सौहार्द बना रहे।


Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

करवा चौथ: महत्व और उत्सव खोया हुआ मोबाइल कैसे ढूंढे: आसान और तेज़ तरीके