आख़िर तक – एक नज़र में
- नागपुर में दो बच्चों को HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई।
- संक्रमण के कुल मामले अब 7 हो गए हैं।
- बच्चों का इलाज नागपुर के रामदासपेठ स्थित निजी अस्पताल में चल रहा है।
- महाराष्ट्र सरकार सतर्क हो गई है और एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
- केंद्र सरकार ने कहा कि यह नया वायरस नहीं है, पहले से मौजूद है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
नागपुर में HMPV के दो मामले
नागपुर के रामदासपेठ क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल में, 7 और 14 वर्ष के दो बच्चों को 3 जनवरी को बुखार और खांसी के इलाज के लिए लाया गया। टेस्ट के बाद, डॉक्टरों ने पुष्टि की कि वे ह्यूमन मेटा-पन्युमोवायरस (HMPV) से संक्रमित हैं। इस संक्रमण के लक्षण कोविड-19 जैसे ही हैं, जैसे बुखार, खांसी, नाक बहना और गले में खराश।
महाराष्ट्र सरकार की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों से अतिरिक्त सावधानी बरतने और गंभीर श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों में सतर्क रहने की अपील की है। नागपुर में मामले सामने आने के बाद, स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अबितकर ने स्थिति की समीक्षा के लिए सेंट जॉर्ज अस्पताल स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर 3 बजे बैठक बुलाई है।
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने जानकारी दी कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है, और यह 2001 में पहली बार पहचाना गया था। उन्होंने कहा कि केंद्र स्थिति पर नजर रख रहा है और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
अन्य राज्यों की स्थिति
HMPV के 7 मामलों में से:
- 2 मामले बेंगलुरु (कर्नाटक) से हैं।
- 2 तमिलनाडु और 1 गुजरात से।
- महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्यों कर्नाटक और गुजरात में संक्रमण का विस्तार होने की संभावना है।
नागरिकों के लिए सलाह
केंद्र और राज्य स्वास्थ्य सचिव ने एहतियात बरतने और जागरूकता फैलाने की सलाह दी है। जल्द ही HMPV संक्रमण के रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- नागपुर में HMPV के दो नए मामलों के साथ, भारत में कुल 7 संक्रमण हैं।
- महाराष्ट्र सरकार ने नागरिकों को एहतियात बरतने और सतर्क रहने की सलाह दी है।
- HMPV कोई नया वायरस नहीं है और स्थिति पर पूरी तरह नजर रखी जा रही है।
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