आख़िर तक – इन शॉर्ट्स:
- नितिन गडकरी ने भाजपा में ‘बीमार फसल’ की समस्या पर चिंता व्यक्त की।
- उन्होंने नए सदस्यों को पार्टी की विचारधारा सिखाने की ज़रूरत बताई।
- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उनकी यह टिप्पणी आई।
- गडकरी ने सरकार के धर्मनिरपेक्ष होने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
- उन्होंने आश्वासन दिया कि वह महाराष्ट्र भाजपा की हर ज़रूरत में मदद के लिए उपलब्ध हैं।
आख़िर तक – इन डेप्थ:
राजनीतिक शिफ्ट का प्रभाव और विचारधारा की रक्षा
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में मुंबई तक को दिए एक साक्षात्कार में भाजपा में हो रही सदस्यता वृद्धि के साथ राजनीतिक शिफ्ट के मुद्दों पर अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने इसे ‘बीमार फसल’ के रूप में वर्णित किया और इसे साफ करने की आवश्यकता बताई। गडकरी ने कहा कि जैसे फसल बढ़ती है, वैसे ही उसमें बीमारियां भी आती हैं, और भाजपा को भी ऐसी ‘बीमार फसल’ को ‘कीटनाशक का छिड़काव’ कर दूर करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी में बहुत फसल है, जो अच्छे अनाज के साथ कुछ बीमारियां भी लाती है।” गडकरी ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी को नए सदस्यों को पार्टी की विचारधारा में ढालने के लिए वरिष्ठ नेताओं द्वारा उचित प्रशिक्षण देने की जरूरत है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र गडकरी का बयान
यह टिप्पणी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले आई, जहां भाजपा शिवसेना (एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में) और अजित पवार की एनसीपी के साथ महायुति गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ रही है। गडकरी ने भरोसा जताया कि पार्टी अपने स्थानीय नेतृत्व की क्षमता पर विश्वास करती है और जहां उनकी जरूरत होगी, वह हमेशा मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे।
धर्मनिरपेक्षता की अनिवार्यता
गडकरी ने सरकार और प्रशासन के धर्मनिरपेक्ष होने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा, “व्यक्ति धर्मनिरपेक्ष नहीं हो सकते, लेकिन सरकार और प्रशासन को धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए।” यह टिप्पणी भाजपा के लिए धर्मनिरपेक्षता और समानता के सिद्धांतों का समर्थन करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
आस्थापूर्ण राजनीति का समर्थन
साक्षात्कार में, गडकरी ने आस्थापूर्ण राजनीति के महत्व को उजागर किया और अवसरवादी राजनीति पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “हमारे देश में विचारों का मतभेद नहीं, बल्कि विचारों की कमी एक समस्या है।” उन्होंने इसे भाजपा की नीति से जोड़ा, जो आस्थापूर्ण राजनीति को महत्व देती है।
महाराष्ट्र में भाजपा की बढ़त पर विश्वास
महाराष्ट्र भाजपा की वर्तमान स्थिति पर गडकरी ने विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि वह वर्तमान में महाराष्ट्र में कोई औपचारिक भूमिका में नहीं हैं, लेकिन जब भी उनकी जरूरत होगी, वह सहयोग के लिए उपलब्ध रहेंगे।
मुख्य बातें याद रखने के लिए:
- नितिन गडकरी ने भाजपा में नई सदस्यता वृद्धि के बीच विचारधारा को बनाए रखने की आवश्यकता बताई।
- उन्होंने सरकार और प्रशासन के धर्मनिरपेक्ष होने पर जोर दिया।
- गडकरी ने महाराष्ट्र भाजपा में स्थानीय नेतृत्व पर भरोसा जताया।
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