आख़िर तक – एक नज़र में
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पाकिस्तान पर गंभीर आरोप। पाकिस्तान आतंकी फंडिंग पर जताई चिंता।
- पाकिस्तान द्वारा आतंकी ढांचे को IMF लोन से मदद मिलने की आशंका।
- राजनाथ सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से लोन पर पुनर्विचार की अपील की।
- कुख्यात आतंकी मसूद अजहर को 14 करोड़ रुपये देने की पाकिस्तान की योजना का खुलासा।
- ऑपरेशन सिंदूर से नष्ट आतंकी नेटवर्क को पाकिस्तान पुनः सक्रिय करने का प्रयास कर रहा है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
राजनाथ सिंह का पाकिस्तान पर हमला: आतंकी फंडिंग पर IMF को चेताया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत द्वारा ध्वस्त किए गए आतंकी नेटवर्क को फिर से खड़ा करने की कोशिश कर रहा है। भुज एयरबेस पर ‘वायु योद्धाओं’ की प्रशंसा करते हुए उन्होंने यह बात कही। इन योद्धाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान आतंकी फंडिंग को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की।
आतंकी संगठनों को पाकिस्तानी मदद
रक्षा मंत्री ने दावा किया कि पाकिस्तान सरकार ने वित्तीय सहायता की घोषणा की है। यह मदद लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के लिए है। इन आतंकी संगठनों के ढांचे मुरिदके और बहावलपुर में स्थित हैं। उन्हें फिर से खड़ा करने के लिए यह पैसा दिया जाएगा। सिंह ने कहा, “पाकिस्तान सरकार ने लश्कर और जैश के आतंकी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय सहायता घोषित की है।” यह पाकिस्तान आतंकी फंडिंग का स्पष्ट उदाहरण है।
IMF लोन पर उठे सवाल
राजनाथ सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा पाकिस्तान को दिए गए हालिया बेलआउट पैकेज पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि IMF लोन का एक बड़ा हिस्सा निश्चित रूप से आतंकी ढांचे को फंड करने में इस्तेमाल होगा। उन्होंने इसे IMF द्वारा अप्रत्यक्ष फंडिंग बताया। सिंह ने पूछा, “क्या इसे IMF द्वारा अप्रत्यक्ष फंडिंग नहीं माना जाएगा?” भारत की आपत्तियों के बावजूद 9 मई को IMF ने पाकिस्तान के लिए एक अरब डॉलर की किश्त को मंजूरी दी थी। यह एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (EFF) कार्यक्रम का हिस्सा था। राजनाथ सिंह ने IMF से इस लोन पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। पाकिस्तान आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए यह आवश्यक है।
मसूद अजहर को वित्तीय सहायता
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान को किसी भी तरह की वित्तीय सहायता देना आतंक को वित्तपोषित करने जैसा है। उन्होंने खुलासा किया कि पाकिस्तान सरकार मसूद अजहर पर लगभग 140 मिलियन रुपये (14 करोड़ रुपये) खर्च करने की योजना बना रही है। यह पैसा आम पाकिस्तानी करदाताओं का है। मसूद अजहर संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी है। इस तरह की पाकिस्तान आतंकी फंडिंग वैश्विक शांति के लिए खतरा है। भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा। पाकिस्तान की इन हरकतों पर विश्व समुदाय को ध्यान देना चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर और भारत का संकल्प
रक्षा मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का भी जिक्र किया। इस ऑपरेशन ने आतंकी नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचाया था। अब पाकिस्तान उन्हीं नष्ट हुए ढांचों को फिर से खड़ा करने की फिराक में है। भारत ऐसी किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने देगा। पाकिस्तान आतंकी फंडिंग के प्रयासों पर भारत की पैनी नजर है। देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान आतंकी फंडिंग के गंभीर मुद्दे को उजागर किया।
- IMF द्वारा पाकिस्तान को दिए गए लोन का दुरुपयोग आतंकी गतिविधियों में होने की प्रबल आशंका है।
- पाकिस्तान कुख्यात आतंकी मसूद अजहर और आतंकी संगठनों लश्कर व जैश को आर्थिक मदद दे रहा है।
- भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से पाकिस्तान को दिए गए लोन पर तत्काल पुनर्विचार का आग्रह किया है।
- आतंकवाद के विरुद्ध भारत का रुख सदैव कठोर रहा है और भविष्य में भी रहेगा।
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