आख़िर तक – एक नज़र में
- पाकिस्तानी जासूस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी हुई है। उस पर पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप है।
- UAE स्थित ट्रैवल कंपनी Wego ने ज्योति के कई यात्रा व्लॉग स्पॉन्सर किए थे।
- Wego कंपनी पाकिस्तान में भी ऑपरेट करती है, जिससे जांच एजेंसियों का संदेह बढ़ा है।
- ज्योति का संपर्क एक पूर्व पाकिस्तानी उच्चायोग अधिकारी और ISI एजेंट दानिश से था।
- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी ज्योति पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के संपर्क में थी।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
पाकिस्तानी जासूस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा: UAE कनेक्शन और ISI लिंक
कथित तौर पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाली पाकिस्तानी जासूस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने सनसनी मचा दी है। जांच एजेंसियां इस मामले की गहनता से पड़ताल कर रही हैं। ज्योति के यात्रा व्लॉग्स के प्रायोजकों में एक UAE आधारित ट्रैवल कंपनी का नाम सामने आया है। यह कंपनी पाकिस्तान में भी कारोबार करती है।
UAE फर्म Wego का संदिग्ध प्रायोजन
सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियों के लिए ज्योति मल्होत्रा को मिले कई प्रायोजनों में एक विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह प्रायोजन UAE स्थित एक ट्रैवल कंपनी Wego द्वारा किया गया था। ज्योति के कई वीडियो Wego ने स्पॉन्सर किए थे। चिंता की बात यह है कि Wego कंपनी पाकिस्तान में भी संचालन का लाइसेंस रखती है। हरियाणा की यह ट्रैवल व्लॉगर फिलहाल हरियाणा पुलिस की हिरासत में है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उसके सभी प्रायोजकों का विश्लेषण किया जा रहा है।
ज्योति ‘ट्रैवल विद जो’ नामक यूट्यूब चैनल चलाती है। यूट्यूब पर उसके लगभग 4 लाख सब्सक्राइबर हैं। इंस्टाग्राम पर भी उसके 1,32,000 फॉलोअर्स हैं। Wego के कार्यालय सिंगापुर और दुबई में हैं। यह पाकिस्तान में वैध ट्रैवल एजेंसी लाइसेंस के साथ काम करती है। इसे अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (IATA) से भी मान्यता प्राप्त है। हालांकि Wego को पाकिस्तान को फंडिंग से जोड़ने का कोई सीधा सबूत नहीं मिला है। लेकिन पाकिस्तान में इसके संचालन ने इस मामले में संदेह की सुई Wego की ओर घुमा दी है।
‘आतंकी संगठनों से कोई सीधा संबंध नहीं’
इस बीच, जांच एजेंसियों ने पाया है कि पाकिस्तानी जासूस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटरों के संपर्क में थी। यह संपर्क पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, के जवाब में भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी बना हुआ था। एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि ज्योति ने पाकिस्तानी एजेंटों के साथ किस प्रकार की जानकारी साझा की थी।
सूत्रों ने पहले बताया था कि उसे पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटरों से एक पूर्व पाकिस्तानी उच्चायोग अधिकारी दानिश ने मिलवाया था। सूत्रों के अनुसार, दानिश, जिसे भारत ने इसी महीने निष्कासित कर दिया था, पाकिस्तान की कुख्यात इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) का एजेंट था। वह एक सक्रिय ISI एजेंट के तौर पर काम कर रहा था।
लालच और आसान पैसा
हालांकि ज्योति ने अपनी भूमिका स्वीकार कर ली है, सूत्रों का कहना है कि उसका किसी आतंकी समूह या उनके हमदर्दों से कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया है। जांचकर्ताओं का मानना है कि ज्योति एक “आसान निशाना” थी। उसे आसान पैसे और एक शानदार जीवनशैली का लालच दिया गया था। सूत्रों ने कहा कि वह मानती थी कि उसकी पाकिस्तान यात्राओं से उसके यूट्यूब चैनल को अधिक व्यूज मिलेंगे, जिससे उसकी लोकप्रियता और कमाई बढ़ेगी। यह पाकिस्तानी जासूस यूट्यूबर का मामला कई सवाल खड़े करता है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- पाकिस्तानी जासूस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- UAE आधारित कंपनी Wego, जो पाकिस्तान में भी सक्रिय है, ने ज्योति की यात्राओं को स्पॉन्सर किया था।
- ज्योति का संपर्क ISI एजेंट दानिश और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से होने का खुलासा हुआ है।
- जांच में आतंकी समूहों से सीधा संबंध नहीं मिला; आसान पैसा और शोहरत मुख्य आकर्षण थे।
- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी ज्योति की पाकिस्तानी एजेंटों से बातचीत हुई थी।
Discover more from Hindi News, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.