आख़िर तक – एक नज़र में
- पूर्व पाकिस्तानी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने प्रियंका गांधी की प्रशंसा की।
- प्रियंका गांधी संसद में “फ़िलिस्तीन” लिखा बैग लेकर आई थीं।
- मंत्री ने पाकिस्तान के सांसदों को साहस दिखाने में असफल रहने पर आलोचना की।
- प्रियंका गांधी ने पहले भी गाजा में इजरायली कार्रवाई की आलोचना की थी।
- गाजा में संघर्ष के कारण 41,000 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
पूर्व पाकिस्तानी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी की प्रशंसा की है। प्रियंका गांधी ने संसद में “फ़िलिस्तीन” लिखा बैग ले जाकर अपनी सहानुभूति दिखाई। फवाद हुसैन ने प्रियंका गांधी को “जवाहरलाल नेहरू की पोती” बताते हुए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी “बौनों के बीच खड़ी हैं”। प्रियंका गांधी के इस कदम की पाकिस्तान में भी चर्चा हो रही है। इस घटना को लेकर पाकिस्तान के कई लोग अपनी राय रख रहे हैं।
फवाद हुसैन ने पाकिस्तान के सांसदों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसी भी पाकिस्तानी सांसद ने ऐसा साहस नहीं दिखाया। उन्होंने इसे शर्मनाक बताया। प्रियंका गांधी का “फ़िलिस्तीन” वाला बैग सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उनके समर्थकों ने इस कदम की सराहना की है। 16 दिसंबर को संसद में प्रियंका गांधी ने फलस्तीन का समर्थन करते हुए बैग दिखाया था। उस पर एक तरबूज भी बना हुआ था, जो इस क्षेत्र में प्रतिरोध का प्रतीक है।
इस साल जून में प्रियंका गांधी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की आलोचना की थी। उन्होंने गाजा में “नरसंहार” की कार्रवाईयों का आरोप लगाया था। उन्होंने नेतन्याहू और उनकी सरकार पर “बर्बरता” का आरोप लगाया। प्रियंका गांधी ने गाजा में हो रहे अत्याचारों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा था कि गाजा में निर्दोष लोगों की हत्याएं हो रही हैं।
मध्य पूर्व एक वर्ष से अधिक समय से अशांत स्थिति में है। हमास ने इजराइल पर अभूतपूर्व हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे। इसके बाद, गाजा में युद्ध शुरू हो गया। गाजा में अब तक 41,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। प्रियंका गांधी ने इस घटना पर अपनी राय दी है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
प्रियंका गांधी ने संसद में “फ़िलिस्तीन” लिखा बैग ले जाकर अपनी सहानुभूति दिखाई। पूर्व पाकिस्तानी मंत्री ने उनकी प्रशंसा की। उन्होंने पाकिस्तान के सांसदों की आलोचना भी की। प्रियंका गांधी ने पहले भी गाजा में इजरायली कार्रवाई की आलोचना की थी। गाजा में संघर्ष के कारण 41,000 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.